रांची: भाजपा की शुक्रवार को हुई बैठक में राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति बनायी गयी. साथ ही पांच जून को आदिवासी महारैली से आंदोलन शुरू करने की बात कही गयी, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे. बैठक में राज्य सरकार की विफलता, झारखंड में विकास कार्य की स्थिति, खराब विधि व्यवस्था, भ्रष्टाचार व अवैध खनन जैसे मुद्दों को विभिन्न स्तर पर उठाने को लेकर सहमति बनी.
हजारीबाग के एके इंटरनेशनल होटल सभागार में हुई बैठक में भाजपा झारखंड प्रदेश कोर कमेटी के सदस्य और प्रदेश स्तर के पदाधिकारी शामिल हुए. मौके पर दूसरे दिन शनिवार को होनेवाली बैठक के लिए राजनीतिक प्रस्तावों पर भी विचार-विमर्श किया गया. अध्यक्षता दीपक प्रकाश ने की और मंच संचालन प्रदेश महामंत्री बालमुकुंद सहाय ने किया.
राज्य के खराब हो रहे हालात : कोर कमेटी की बैठक के बाद आदित्य साहू, शिवपूजन पाठक, जेपी पटेल और योगेंद्र प्रताप सिंह ने संयुक्त रूप से पत्रकारों को संबोधित किया. आदित्य साहू ने कहा कि झारखंड की वर्तमान सरकार भ्रष्टाचार में मधु कोड़ा-टू साबित हो रही है. राज्य के हालात दिन प्रतिदिन खराब होते जा रहे हैं. एक ही परिवार के व्यक्ति सत्ता पर केंद्रित हैं. प्रदेश कार्यसमिति बैठक के बाद भाजपा राज्य को बचाने के लिए आंदोलन करेगी. राज्य सरकार के कारण जनता विकास से कोसों दूर जा रही है. पार्टी ने इन सारे मुद्दों को लेकर जन-जन तक जाने की योजना बनायी है.
उन्होंने कहा कि जनता के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों को लेकर पार्टी जायेगी. बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व सीएम रघुवर दास, प्रदेश संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेशानंद गोस्वामी, केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी आदि मौजूद थे.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि झारखंड में राज्यसभा की एक सीट पर भाजपा उम्मीदवार खड़ा करेगी. जी-5 व अन्य विधायकों से भी सहयोग अंतरात्मा की आवाज पर लिया जायेगा. राज्य के वर्तमान हालात पर उन्होंने कहा कि भाजपा राष्ट्रपति शासन पर विश्वास नहीं करती है. हम संवैधानिक मर्यादाओं का पालन कर कानून को सर्वोच्च मानते हैं. सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाते हुए जनता के हित में पार्टी काम करेगी.
श्री प्रकाश ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने निर्णय लिया है कि सरकारी विश्वविद्यालयों में सीएम कुलाधिपति बनायी जायेंगी. यह उनके तानाशाही रवैये को दर्शाता है. ऐसा निर्णय अगर झारखंड सरकार का मंत्रिमंडल लेगा, तो भाजपा सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेगी.