रांची : कोलकाता में गिरफ्तार झारखंड कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप से पुलिस ने लगातार पूछताछ की. लेकिन वो जब्त पैसों के बारे में कोई ठोस जवाब नहीं दे सके. उनसे बरामद पैसों के अलावा अन्य सवाल भी पूछा गया लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिला. जिसके बाद कल दोपहर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं इस मामले की जांच का जिम्मा सीआईडी को दिया गया है.
यह जानकारी एसपी स्वाति भंगालिया ने दी. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश पर तीनों विधायक को निलंबित कर दिया है. आपको बता दें कि शनिवार की शाम कोलकाता ग्रामीण पुलिस ने हावड़ा के पंचाला में विशेष चेकिंग अभियान में इनकी गाड़ी से 49 लाख 37 हजार 300 रुपये बरामद किये थे.
एसपी ने बताया कि आरोपियों पर आइपीसी 420/120 बी /171 ई/ 34 के अलावा 8/ 9 पीसी एक्ट के तहत मामले दर्ज किये गये हैं. सभी आरोपियों को हावड़ा के सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां मजिस्ट्रेट ने सभी को 10 दिन की रिमांड पर भेज दिया. एसपी ने बताया कि यह मामला सीआइडी के हवाले कर दिया गया है.
अनूप सिंह ने दर्ज करायी जीरो एफआइआर : बदलते घटनाक्रम के बीच बेरमो विधायक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने अरगोड़ा थाना में जीरो प्राथमिकी करायी है. एफआइआर में कहा गया है कि झारखंड सरकार को गिराने के लिए कांग्रेस के विधायकों (प्रति विधायक) को 10-10 करोड़ रुपये और मंत्री पद का ऑफर मिला था. इस प्राथमिकी को रांची पुलिस ने पश्चिम बंगाल पुलिस को भेज दिया है.
उन लोगों ने मुझसे वायदा किया था कि झारखंड सरकार को गिराने के एवज में मुझे 10 करोड़ रुपये दिये जायेंगे. राजेश कच्छप और कोंगाड़ी मुझे कोलकाता बुला रहे थे. कह रहे थे झारखंड सरकार को गिराने में शामिल विधायकों को प्रति विधायक 10-10 करोड़ रुपये दिये जायेंगे. अनूप सिंह ने शिकायत में यह भी कहा कि इरफान और राजेश चाहते थे कि मैं कोलकाता आऊं. वहां से वे लोग मुझे लेकर गुवाहाटी जाते. इसके बाद वे गुवाहाटी में मेरी मुलाकात असम के सीएम हिमंत बिस्वा शर्मा से कराते और मंत्री पद के लिए आश्वस्त करते.
इरफान अंसारी ने मुझसे कहा कि झारखंड में जो नयी सरकार बनेगी, उसमें उन्हें स्वास्थ्य मंत्री बनाने का वायदा किया गया है. तीनों विधायकों ने उनसे कहा था कि वे लोग कल यानी शनिवार को कोलकाता पहुंच रहे हैं. इसके लिए उन लोगों को पैसे भी ट्रांसफर किये गये हैं. असम के सीएम यह सारा काम अपनी पार्टी के टॉप नेताओं के कहने पर कर रहे हैं, जो दिल्ली में बैठे हुए हैं.
अनूप सिंह ने शिकायत में कहा है कि यह एक आपराधिक कृत्य है. यह देश के संवैधानिक ढांचा को ध्वस्त करने का प्रयास किया जा रहा है. भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7(सी) और आइपीसी की धारा 120बी के तहत उक्त तीनों विधायकों ने उन्हें एक गलत कार्य के लिए प्रलोभन देकर प्रभावित करने का प्रयास किया. ऐसे लोग झारखंड की वर्तमान सरकार को गिराने का काम कर रहे हैं.