रांची लौटे राज्यपाल रमेश बैस, झारखंड में राजनीतिक हलचल तेज, सबकी निगाहें राजभवन पर
राज्यपाल के दिल्ली से रांची लौटने के साथ ही राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गयी है. हेमंत सोरेन के खनन लीज मामले में राज्यपाल रमेश बैस को आयोग को फैसले से अवगत कराना है. फिलहाल सबकी निगाहें राजभवन पर टिकी हैं
रांची: राज्यपाल रमेश बैस सात दिनों के दिल्ली प्रवास के बाद गुरुवार को रांची लौट आये. रांची लौटने पर बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से वे सीधे राजभवन गये. उन्होंने एयरपोर्ट पर मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया. श्री बैस अपना मेडिकल चेकअप कराने दिल्ली गये थे. जानकारी के अनुसार, सात िदवसीय िदल्ली प्रवास के दौरान उन्होंने किसी भी केंद्रीय मंत्री से मुलाकात नहीं की.
दूसरी तरफ राज्यपाल के रांची लौटते ही झारखंड की राजनीति में एक बार फिर से हलचल शुरू हो गयी. भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खनन लीज मामले में 24 अगस्त को राज्यपाल को सलाह दी गयी थी. अब राज्यपाल को अपने फैसले से आयोग को अवगत कराना है.
नियमानुसार आयोग को इससे संबंधित अधिसूचना जारी करते हुए राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी अौर स्पीकर को आगे की कार्रवाई के लिए भेजना है. फिलहाल सबकी निगाहें राजभवन पर टिकी हैं. इधर,हेमंत सरकार ने विश्वास मत हासिल कर अपनी ताकत दिखा चुकी है.
बता दें कि राज्यपाल रमेश बैस 2 सितंबर को ही दिल्ली गये थे. हालांकि उन्होंने इस यात्रा को निजी करार दिया था. लेकिन सियासी गलियारों में इसे राजनीति जोड़कर देखा जाता है. गौरतलब है कि हेमंत सोरेन के ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में भाजपा की ओर से राज्यपाल को शिकायत की गयी थी. जिसके बाद इस संबंध में राज्यपाल की ओर से भारत निर्वाचन आयोग से मंतव्य मांगा गया था.