रांची: आय से अधिक संपत्ति के मामले में पूर्व रघुवर सरकार समेत 5 मंत्री बुरे फंसे हैं. झारखंड की हेमंत सरकार ने पूर्व सीएम समेत 5 मंत्रियों पर एसीबी जांच का आदेश दिया है. इससे पहले प्रार्थी पंकज यादव ने झारखंड हाईकोर्ट में आय से अधिक संपत्ति मामले में रघुवर दास समेत पूर्व मंत्रियों पर जनहित याचिका दायर की थी
जानकारी के अनुसार, पंकज कुमार यादव ने रघुवर सरकार के पांच पूर्व मंत्रियों रणधीर सिंह, अमर कुमार बाउरी, नीलकंठ सिंह मुंडा, नीरा यादव व लुईस मरांडी पर वर्ष 2014 के मुकाबले वर्ष 2019 में 200 से 1100 प्रतिशत संपत्ति बढ़ने का आरोप लगाते हुए हाइकोर्ट में पीआइएल किया था. उनका आरोप था कि वर्ष 2014 के चुनाव के दौरान भरे गये शपथ पत्र और वर्ष 2019 में भरे गये शपथ पत्र की जांच करने में इनकी संपत्ति में 200 से 1100 प्रतिशत तक बढ़ोत्तरी हुई है, जो केवल वेतन से नहीं हो सकती. उन्होंने इस मामले में सीबीआइ से जांच कराने की मांग की थी. अब राज्य सरकार ने एसीबी से जांच कराने का आदेश दे दिया है.
रणधीर सिंह, अमर कुमार बाउरी, नीलकंठ सिंह मुंडा, नीरा यादव व लुईस मरांडी
नाम 2014 2019 वृद्धि
अमर बाउरी 7.33 लाख 89.41 लाख
रणधीर कुमार सिंह 78.92 लाख 5.06 करोड़ 4.27 करोड़
नीरा यादव 80.59 लाख 3.65 करोड़ 2.85 करोड़
लुईस मरांडी 2.25 करोड़ 9.06 करोड़ 6.81 करोड़
नीलकंठ सिंह मुंडा 1.46करोड़ 4.35 करोड़ 2.89 करोड़
चुनाव के दौरान भरे गये शपथ पत्र के अनुसार, पांच साल में इनकी संपत्ति 200 से 1100 फीसदी तक बढ़ी
वर्ष 2020 में पंकज कुमार यादव ने हाइकोर्ट में पीआइएल दायर कर लगाया था आरोप सीबीआइ से जांच कराने की मांग की थी
बैंक जालसाजी केस में जारी जांच के दौरान गौतम मोदी और सुभाष मोदी इडी कार्यालय में हाजिर हुए. सरावगी बंधुओं के खिलाफ दर्ज मामलों की जांच के दौरान मोदी बंधुओं के ठिकानों पर इडी छापेमारी कर चुकी है. इस दौरान गौतम मोदी के यहां से 41 लाख रुपये बरामद हुए थे. इसी क्रम में इडी ने संतोष जैन के ठिकानों पर छापा मारा था. उनके ठिकानों से 3.41 करोड़ रुपये बरामद हुए थे.
इडी के अधिकारियों ने मोदी बंधुओं के अधीन बने प्रोजेक्ट से संबंधित पूछताछ की. ‘एसजी एक्जोटिका’नामक सबसे ऊंची बिल्डिंग का निर्माण मोदी बंधुओं द्वारा किया जा रहा है. ज्ञान प्रकाश सरावगी के कई प्रोजेक्ट को मोदी बंधुओं ने टेकओवर कर लिया. सरावगी बंधुओं के बैंक जालसाजी में फंसने के बाद उन लोगों ने अपने कुछ प्रोजेक्ट को मोदी बंधुओं के हवाले कर दिया. इडी ने मोदी बंधुओं से उनके प्रोजेक्ट्स और उसके लिए धन के स्रोतों से संबंधित मामलों में पूछताछ की.
पूछताछ के लिए मोदी बंधु सुबह इडी कार्यालय पहुंचे. पूछताछ के बाद बाहर निकलने पर मीडिया कर्मियों ने उन्हें घेरा. हालांकि मोदी बंधुओं ने सवालों का जवाब नहीं दिया. सिर्फ इतना ही कहा कि उन्हें जो भी कहना था, उन्होंने इडी के अधिकारियों को बता दिया. उन्हें अब किसी से कुछ नहीं कहना है.