हेमंत सोरेन की सरकार अपनी काली करतूत के कारण मुसीबत में है. मुख्यमंत्री रहते हुए अपने नाम पर पत्थर का खदान लिया. अपने विधायक मंत्री को खदान दिया. सीएम अपने बचने के लिए नहीं, बल्कि अपनी पत्नी को सीएम बनाने के लिए विधायकों की बैठक बुलायी है. उक्त बातें पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के केंद्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने कहीं. वे बुधवार को चाईबासा स्थित भाजपा जिला कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे.
श्री दास ने कहा कि हेमंत मुख्यमंत्री बने हैं, तब से जनता असुरक्षित महसूस कर रही है. उन्होंने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार, भय और आतंक के कारण झारखंड की जनता आक्रोशित है. भाजपा की आक्रेाश रैली में लोगों का आक्रोश देखने को मिला. बहुत जल्द इसका अंत होने वाला है. जब से हेमंत को अवैध खनन के मामले में ईडी का समन मिला है. इस मामले में सीएम के बयान के बाद असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद हैं.
मुख्यमंत्री के बयान पर भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने तीखी टिप्पणी की है. ट्विट कर उन्होंने कहा कि धांस देने की आदत से मन नहीं भरा, तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक-एक को देख लेने की धमकी पर उतर गये हैं. श्री मरांडी ने कहा कि किस-किस को और कहां-कहां देखियेगा हेमंत जी.
लूट, आतंक के खिलाफ आवाज उठानेवालों को, जांच एजेंसियों को, न्यायालय को ? याद रहे, कानून के हाथ बड़े लंबे होते हैं. उधर, पाकुड़ की एक नाबालिग पहाड़ियां बच्ची को काम दिलाने के नाम पर दिल्ली ले गये सद्दाम ने कई दिनों तक उसके साथ दुष्कर्म किया. बच्ची किसी तरह से भाग कर रांची पहुंची. ऐसे गिरोह न जाने कितनी बच्चियों का बड़े शहरों में शोषण कर रहे हैं.