Jharkhand Politics : झारखंड में हेमंत सोरेन के शपथ लेने के बाद भी सियासी उठापटक जारी है. राज्यपाल सी.पी.राधाकृष्णन ने हेमंत सोरेन को सरकार बनाने का न्योता दिया है. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने एक हफ्ते में पहले फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करने को कहा है. इस पर झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने बोला कि राज्यपाल ने जो न्योता दिया उसमें एक हफ्ते में फ्लोर टेस्ट करने को कहा गया है. गठबंधन के सभी विधायक मुख्यमंत्री के साथ हैं और उन्हें विधायक दल का नेता चुना है. गठबंधन की ओर से सात जुलाई को फ्लोर टेस्ट में रणनीति तय करने के लिए सीएम आवास में बैठक बुलाई गई है.
4 जुलाई को हेमंत सोरेन ने ली थी शपथ
गठबंधन की बैठक में हेमंत सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया था. इसके बाद 3 जुलाई को पूर्व सीएम चंपाई सोरन ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा दिया था. इसके बाद हेमंत सोरेन ने 4 जुलाई को मुख्यमंत्री पद के लिए पद और गोपनियता की शपथ ली. हेमंत सोरेन ने अकेले ही शपथ ली थी. उनके साथ किसी विधायक ने शपथ नहीं ली थी. इसी को लेकर रविवार को सीएम आवास में बैठक होगी जिसमें फ्लोर टेस्ट को लेकर रणनीति बनाई जाएगी.
अभी किसके कितने हैं विधायक
गठबंधन के पास फिलहाल कुल 43 विधायक हैं. पांच विधायक या तो लोकसभा चुनाव में सांसद बन चुके हैं या तो पार्टी छोड़ चुके हैं. वहीं बीजेपी के पास 24 विधायक हैं. 2 विधायक मनीष जायसवाल और ढुल्लू महतो सांसद बन गए हैं. वहीं आजसू के पास 3 और एनसीपी के पास एक विधायक हैं. 2 निर्दलीय विधायक का बेजीपे के खेमे में हैं.
29 जून को आए थे जेल से बाहर
हेमंत सोरेन को हाई कोर्ट ने बड़गाई जमीन घोटाले में राहत देते हुए जमानत दे दी थी. कोर्ट ने कहा कि ईडी के पास कोई सबूत नहीं है जिससे यह माना जाए कि हेमंत सोरेन घोटाले में लिप्त हैं. जेल से बाहर आते ही यह अटकलें तेज हो गई थी कि हेमंत की फिर से ताजपोशी हो सकती है. इसके बाद बैठक में उन्हें नेता चुना लिया गया और 4 जुलाई को उन्होंने तीसरी बार सीएम पद की शपथ ली.
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