झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा- सरकार पर कोई खतरा नहीं
झारखंड में बदलते राजनीतिक समीकरण के बीच रात आठ बजे प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय रांची पहुंचे. प्रभारी बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से सीधे स्टेट गेस्ट हाउस पहुंचे. यहां पर उन्होंने पार्टी के मंत्री विधायकों के साथ बैठक कर वर्तमान राजनीतिक हालात पर मंथन किया.
Jharkhand Politics: झारखंड में बदलते राजनीतिक समीकरण के बीच रात आठ बजे प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय रांची पहुंचे. प्रभारी बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से सीधे स्टेट गेस्ट हाउस पहुंचे. यहां पर उन्होंने पार्टी के मंत्री विधायकों के साथ बैठक कर वर्तमान राजनीतिक हालात पर मंथन किया. साथ ही विधायकों को एकजुट रहने का निर्देश दिया.
दो घंटे चली बैठक
लगभग दो घंटे तक चली बैठक में हर पहलुओं पर विचार किया गया. बैठक में निलंबित विधायक डॉ इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी व राजेश कश्यप को छोड़कर पार्टी के 14 विधायक मौजूद थे. पारिवारिक कारणों की वजह से विधायक ममता देवी बैठक में शामिल नहीं हुईं. इसकी सूचना उन्होंने पहले ही प्रदेश नेतृत्व को दे दी थी. बैठक के बाद प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा कि कांग्रेस के सभी विधायक एकजुट हैं. सरकार पर किसी तरह का कोई खतरा नहीं है. महागठबंधन की सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी. साथ ही जनता जनता से किये गये वायदों को पूरा करेगी. उन्होंने कहा कि भाजपा पूरे देश में येन-केन-प्रकारेण चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है.
सब कुछ ठीक चल रहा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि सब कुछ ठीक चल रहा है. सीएम के मामले में राज्यपाल को स्थिति स्पष्ट करनी है. वह नहीं कर रहे हैं, तो हमारी क्या गलती है. हम तो उनसे आग्रह करेंगे कि वह स्थिति स्पष्ट करें. हम हर तरह की परिस्थिति से मुकाबला करने को तैयार हैं. बैग एंड बैगेज लेकर निकल पड़े हैं.स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि जैसा आलाकमान का निर्देश होगा, हर हाल में उसका पालन किया जायेगा.
साथ-साथ चलना है
बैठक में कहा गया कि धर्मनिरपेक्ष तक ताकतों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना है. उन्होंने कहा कि देश में गैर भाजपा शासित सरकार को अपदस्थ करने की साजिश रची जा रही है. इसका कांग्रेस पार्टी पुरजोर विरोध करती है. भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा के लोग भविष्यवक्ता हैं. उन्हें सील बंद लिफाफे में क्या लिखा है, यह पता चल जाता है. भाजपा का बलिदान व संघर्ष का कोई इतिहास नहीं है. उन्हें नैतिकता की बात नहीं करनी चाहिए.