रांची : राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस-राजद के विधायक ने पार्टी लाइन से अलग हट कर एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट किया है. चुनाव में तय आंकड़े से द्रौपदी मुर्मू को 10 विधायकों को ज्यादा वोट मिले हैं. चुनाव में यशवंत िसन्हा को झारखंड में मात्र नौ वोट ही िमले. कांग्रेस व राजद में से िकसी एक का वोट अवैध हो गया. राजनीतिक दलों व विधायकों की घोषणा के बाद द्रौपदी के पक्ष में 60 विधायकों का समर्थन था.
लेकिन, एनडीए उम्मीदवार श्रीमती मुर्मू को 70 विधायकों का वोट मिला. एनडीए ने यूपीए यानी सत्ता पक्ष के तय वोट से आधे विधायक अपने पक्ष में कर लिये. यूपीए उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के पक्ष में राज्य में कांग्रेस, राजद व माले के 20 विधायक थे. झामुमो, एनसीपी और निर्दलीय विधायकों ने श्रीमती मुर्मू के समर्थन की घोषणा पहले कर दी थी. राष्ट्रपति चुनाव में इसके बाद साफ हो गया कि कांग्रेस व राजद के ही किसी 10 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है.
राज्य में कुल 80 विधायकों ने वोट डाले
चुनाव के वक्त ये था एनडीए का आंकड़ा
भाजपा 25
झामुमो 30
आजसू 02
एनसीपी 01
निर्दलीय 02
सरयू राय व अमित यादव
कुल- 60 विधायकों का वोट
एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का राज्यपाल रहते हुए झारखंड से संपर्क था. इसका भी फायदा श्रीमती मुर्मू को मिला. उन्होंने कांग्रेस व झामुमो के विधायकों को फोन कर वोट की अपील की थी. सत्ता पक्ष के कई विधायकों ने बताया कि श्रीमती मुर्मू का फोन उनके पास आया था.
कांग्रेस 18
राजद 01
माले 01
कुल 20 विधायकों का वोट
(इसी वोट में सेंधमारी हुई)
रांची. यूपीए के पास 20 विधायकों के ही ही थे. एनडीए ने इस वोट में भी सेंधमारी कर दी. एनडीए ने आदिवासी महिला को उम्मीदवार बनाया और राजनीतिक दांव चला. भाजपा के नेताओं ने विपक्ष से आदिवासी के नाम पर वोट देने की अपील की थी. कांग्रेस के आदिवासी विधायकों पर भरोसा था. इसके साथ ही महिला प्रत्याशी श्रीमती मुर्मू के लिए कांग्रेस की महिला प्रत्याशी से भी संपर्क किया गया था. राजद से मंत्री सत्यानंद भोक्ता भी भाजपा नेताओं के संपर्क में थे. विधायक भानु प्रताप शाही ने तो सोशल मीडिया पर लिखा था कि झारखंड में द्रौपदी मुर्मू को 70 से 71 वोट मिलेंगे.
Posted By: Sameer Oraon