रांची : झारखंड में सहायक आचार्य नियुक्ति नियमावली की अधिसूचना जारी हो गयी है. इसके तहत राज्य में प्राथमिक व मध्य विद्यालय में शिक्षक नियुक्ति के लिए अभ्यर्थी को मातृ भाषा में पास होना अनिवार्य होगा. पास मार्क्स 30 फीसदी है. इसके साथ ही जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा की भी परीक्षा देनी होगी.
इसके अनुसार कक्षा एक से पांच व छह से आठ, दोनों में शिक्षक नियुक्ति के लिए अभ्यर्थी को मातृ भाषा में परीक्षा पास होना अनिवार्य है. मातृ भाषा का निर्धारण मैट्रिक परीक्षा के अनुरूप होगा. मातृ भाषा की परीक्षा क्वालीफाइंग होगी. परीक्षा पास करने के बाद भी अन्य विषयों की कॉपी की जांच होगी. कक्षा एक से पांच तक के लिए कुल 250 अंकों की परीक्षा होगी. कुल प्रश्नों की संख्या भी 250 होगी. कक्षा एक से पांच में शिक्षक नियुक्ति के लिए इंटर स्तरीय प्रश्न पूछे जायेंगे. अब राज्य में कॉमर्स के विद्यार्थी भी मध्य विद्यालय में शिक्षक बन सकेंगे. नियमावली में सामाजिक विज्ञान विषय के तहत इसकी परीक्षा ली जायेगी.
70 व 100 अंकों की होगी जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा की परीक्षा : अभ्यर्थी जिस जिला से शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन जमा करेंगे, उस जिला के लिए कार्मिक विभाग द्वारा अधिसूचित किसी एक जनजातीय या क्षेत्रीय भाषा की परीक्षा में शामिल होना होगा. भाषा का चयन अभ्यर्थी द्वारा किया जायेगा. कक्षा एक से पांच में 70 व छह से आठ में सौ अंक की जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा की परीक्षा होगी.
कक्षा एक से पांच में 70 अंक की जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा की परीक्षा होगी. इसके अलावा सौ अंक की मातृ भाषा, 40 अंक की सामान्य ज्ञान एवं समसामयिकी एवं 70-70 अंकों की सामाजिक विज्ञान व गणित एवं विज्ञान की परीक्षा होगी. कक्षा छह से आठ की परीक्षा : कक्षा छह से आठ में सौ अंकों की जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा की परीक्षा होगी. 70 अंक की मातृ भाषा एवं सौ अंकों की सामान्य ज्ञान व समसामयिकी की परीक्षा ली जायेगी. जिस विषय की परीक्षा में शामिल होंगे, अभ्यर्थी को उससे संबंधित विषय में 150 अंकों की परीक्षा देनी होगी.
शिक्षक के चयन के लिए मेरिट लिस्ट अभ्यर्थियों के विषयवार अंक पर नहीं, बल्कि सभी विषयों के प्रप्तांक के योग के आधार पर तैयार किया जायेगा. परीक्षा का न्यूनतम अंक अलग-अलग कोटि के लिए कार्मिक विभाग द्वारा जारी प्रतिशत अंक होगा.
गणित एवं विज्ञान शिक्षक : इसके तहत अभ्यर्थी को गणित, भौतिकी, रसायन शास्त्र,वनस्पति शास्त्र तथा प्राणी विज्ञान विषय की परीक्षा देनी होगी. प्रश्न पत्र पांच खंडों में होगा. अभ्यर्थी को किसी तीन खंड का जवाब देना होगा.
सामाजिक विज्ञान शिक्षक : इसके तहत इतिहास, भूगोल, राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र, समाज शास्त्र, लेखा शास्त्र, व व्यापार अध्ययन विषय से प्रश्न पूछे जायेंगे. प्रश्न पत्र सात खंड में होगा. अभ्यर्थी को किसी तीन खंड का उत्तर देना होगा.
भाषा शिक्षक : भाषा शिक्षक में अंग्रेजी, हिंदी/उर्दू में से सम्मलित प्रश्न पूछा जायेगा. 50 फीसदी प्रश्न अंग्रेजी एवं 50 फीसदी प्रश्न हिंदी/उर्दू से पूछे जायेंगे.
कक्षा एक से पांच व छह से आठ में शिक्षकों के 50% पद आरक्षित हैं. केंद्र/राज्य प्रायोजित शैक्षणिक योजना के अंतर्गत झारखंड सरकार के नियंत्रणाधीन संविदाधारी कर्मियों, जिनकी सेवा विज्ञापन प्रकाशन की तिथि को न्यूनतम दो वर्ष हो गयी हो, उनके लिए आरक्षित रहेगा. इसके तहत पारा शिक्षक के अलावा संविदा पर कार्यरत अन्य कर्मी, जो योजना के तहत कार्यरत हैं, उन्हें भी लाभ मिलेगा.
राज्य में झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा ली जाने वाली मैट्रिक परीक्षा में मातृभाषा के नाम से किसी विषय की परीक्षा नहीं ली जाती है. जैक द्वारा ली जाने वाली मैट्रिक में हिंदी व अंग्रेजी में से किसी एक भाषा की परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य होता है. इसके अलावा विद्यार्थी संस्कृत, उर्दू, बंगला, उड़ीया, खड़िया, खोरठा, कुरमाली, नागपुरी, पंच परगनिया, अरबी, फारसी, हो, मुंडारी, संताली व उरांव भाषा में से किसी एक भाषा की परीक्षा में शामिल हो सकते हैं. उल्लेखनीय है कि मैट्रिक में शामिल होने वाले 90 फीसदी से अधिक विद्यार्थी हिंदी, अंग्रेजी व संस्कृत विषय की परीक्षा में शामिल होते हैं.
Posted By: Sameer Oraon