झारखंड के होनहार 130 बच्चों को सम्मान, CM हेमंत बोले- छात्रों के उज्ज्वल भविष्य बनाने में सरकार कर रही सहयोग
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जैक, सीबीएसई और आईसीएसई की 10वीं और 12वीं और ओलंपियाड प्रतियोगिता में सफल प्रतिभागियों को सम्मानित किया. इस दौरान 130 होनहार बच्चों के चेहरे सम्मान पाकर खिल उठे.
झारखंड के होनहार 130 छात्रों को सीएम हेमंत ने किया सम्मानित
Jharkhand News: झारखंड सरकार ने जैक, सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड और 12वीं में टॉप करने वाले छात्रों को सीएम ने प्रोजेक्ट भवन में सम्मानित किया. साथ ही राज्य सरकार द्वारा आयोजित ओलंपियाड प्रतियोगिता में भी प्रथम, दूसरा व तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को भी सम्मानित किया गया. प्रोजेक्ट भवन में कुल 130 बच्चों को सम्मानित किया गया. सम्मानित हुए छात्रों ने राज्य में पहला, दूसरा, तीसरा स्थान प्राप्त किया था. सम्मान पाकर छात्रों के चेहरे खिल उठे.
प्रोत्साहन राशि, लैपटॉप और फोन पाकर खिल उठे टॉपर्स के चेहरे
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के हाथों सम्मान पाते ही टॉपर्स के चेहरे खिल उठे. इस दौरान राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त करने वालों को तीन लाख, मोबाइल फोन और लैपटॉप दिया गया. इसके अलावा दसरे स्थान पाने वालों को दो लाख रुपये, मोबाइल फोन और लैपटॉप तथा स्थान पाने वालों को एक लाख रुपये, मोबाइल फोन और लैपटॉप दिया गया.
राज्य में प्रतिभा की कोई कमी नहीं : मुख्यमंत्री
सीएम हेमंत सोरेन ने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि झारखंड में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. आज हमारे बच्चें विदेशों में भी पढ़ाई कर रहे हैं. कहा कि भविष्य में अधिक से अधिक बच्चे उच्च शिक्षा के लिए विदेशों में पढ़ाई करे.
बच्चों के उज्ज्वल भविष्य बनाने में सरकार करेगी सहयोग
सीएम श्री सोरेन ने कहा कि आज बच्चों को सम्मान के साथ ही प्रोत्साहन राशि, लैपटॉप और मोबाइल फोन भी दिया जा रहा है. इससे बच्चों को पढ़ने में आसानी होगी. फीस बहुत महंगी हो गयी है. इसके बावजूद छात्रों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. झारखंड सरकार बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में पूरा सहयोग करेगी.
बच्चों का उत्साहवर्धन जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुरस्कार वितरण योजना का उद्देश्य राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कर रहे बच्चों का उत्साहवर्धन करना है. शिक्षा विभाग ने इस कार्य को आज पूर्ण रूप दिया है. कहा कि वर्तमान समय में अच्छे स्कूल तथा शिक्षण संस्थानों में नामांकन के लिए पैसों की जरूरत एवं पढ़ाई के लिए लैपटॉप और मोबाइल आवश्यक है. इसके जरिए वे तकनीकी जरूरतें पूरी कर सकते हैं. राज्य सरकार मेधावी छात्र-छात्राओं को आज पुरस्कार के रूप में ये सब जरूरत की चीजें प्रदान कर रही है.
सरकार बच्चों को देगी सम्मान, ताकि और बेहतर कर सके
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार इन बच्चों के अभिभावकों को भी सहयोग करने का प्रयास कर रही है, ताकि 10वीं और 12वीं के बाद की सीढ़ी के लिए उन्हें अधिक चिंता करने की जरूरत न पड़े और होनहार बच्चों को मदद मिल सके. कहा कि प्रतियोगिता के इस दौर में यहां के बच्चों में शिक्षा के प्रति जागरूकता देखने को मिली. उसका बेहतर परिणाम देखने को मिला है. आज होनहार बच्चे सम्मानित हुए हैं. इन बच्चों की क्षमता को देखते हुए लगता है, आने वाले दिनों में इससे अधिक संख्या में बच्चे सामने आ सकते हैं. उन सभी बच्चों को सरकार सम्मान देगी, ताकि वे बेहतर कर सकें.
झारखंड सिर्फ खनिज संपदा नहीं, बल्कि बौद्धिक क्षमता में भी आगे
मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि झारखंड सिर्फ खनिज संपदा पर ही नहीं, बल्कि बौद्धिक क्षमता में भी आगे रहने की काबिलियत रखता है. यही वजह है कि जिन बच्चों को सरकार ने निः शुल्क उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजा था, वे अब अपने पैर पर खड़े हो रहे हैं. कहा कि विदेश पढ़ाई करने गए कई बच्चों ने विदेशों में ही नौकरी पायी है.
मुख्यमंत्री ने दो कॉफी टेबल बुक का लोकार्पण किया
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने 130 छात्र-छात्राओं के बीच 1 करोड़ 32 लाख रुपये की नकद राशि, लैपटॉप और मोबाइल सम्मान स्वरूप प्रदान किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों में बौद्धिक और शारीरिक विकास के लिए आयोजित खेलो झारखंड एवं समग्र शिक्षा अभियान के तहत आयोजित कला उत्सव की जानकारी और उपलब्धियों को समेटे कॉफी टेबल बुक का लोकर्पण किया. पुरस्कार वितरण समारोह में राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो द्वारा प्रेषित संदेश भी पढ़ा गया. पुरस्कार वितरण समारोह में राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, प्रधान सचिव मुख्यमंत्री वंदना डाडेल, झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) के अध्यक्ष डॉ अनिल कुमार महतो, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, विभागीय सचिव के रवि कुमार, राज्य परियोजना निदेशक किरण कुमारी पासी सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी एवं राज्य भर से पहुंचे पुरस्कृत होने वाले छात्र-छात्राएं एवं उनके परिजन उपस्थित थे.