रांची: राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी आदित्य साहू व झामुमो प्रत्याशी महुआ माजी का निर्विरोध चुना जाना तय है़ नामांकन के आखिरी दिन श्री साहू व श्री माजी ने ही नामांकन दाखिल किये़ इसके साथ ही अब राज्यसभा की खाली हो रही दो सीटों के लिए मैदान में दो ही प्रत्याशी हैं और ऐसे में वोटिंग नहीं होगी़ तीन जून को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी होगी और चार जून को नाम वापसी की आखिरी तिथि है़ चार जून को ही चुनाव आयोग के निर्देश पर दोनों ही प्रत्याशियों की जीत की औपचारिक घोषणा हो सकती है. कांग्रेस का कोई विधायक महुआ माजी के नामांकन में शामिल नहीं हुआ.
झारखंड में राज्यसभा चुनाव में काफी राजनीतिक उठापटक होती रही है. हॉर्स ट्रेडिंग तक के मामले सामने आये हैं. राज्यसभा चुनाव में विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर सीबीआइ जांच तक चल रही है़ कई विधायक सीबीआइ के घेरे में हैं. राज्य गठन के 22 वर्षों में चौथी बार निर्विरोध चुनाव होने जा रहा है़ वर्ष 2004 में पहली बार यशवंत सिन्हा व स्टीफन मरांडी निर्विरोध चुनकर राज्यसभा गये थे़ उसके बाद वर्ष 2006 में माबेल रिबेलो व एसएस अहलूवालिया और वर्ष 2014 में निर्दलीय परिमल नथवाणी व प्रेमचंद गुप्ता निर्विरोध चुने गये
महुआ माजी ने कहा है कि पार्टी ने मुझ पर भरोसा किया है, इसके लिए मैं पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत सभी कार्यकर्ताओं के प्रति आभार प्रकट करती हूं. महिला आयोग की अध्यक्ष के रूप में काम किया है, इस अनुभव का लाभ सांसद के रूप में मिलेगा. राज्य गठन के बाद पहली बार किसी पार्टी ने महिला को राज्यसभा में भेजा है.
आदित्य साहू ने कहा है कि मैं पार्टी का जमीन से जुड़ा कार्यकर्ता रहा हूं. भाजपा व आजसू ने एकजुटता दिखाते हुए एक साधारण कार्यकर्ता को प्रत्याशी बनाया है, इसके लिए मैं सबका आभार प्रकट करता हूं. पार्टी का साधारण कार्यकर्ता हूं, मुझे प्रत्याशी बनाने से कार्यकर्ताओं में यह संदेश गया है कि भाजपा में कोई भी कार्यकर्ता किसी पद पर जा सकता है.
भाजपा प्रत्याशी आदित्य साहू ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, पूर्व सीएम रघुवर दास, आजसू अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो की उपस्थिति में तीन सेट में नामांकन दाखिल किया.
झामुमो प्रत्याशी महुआ माजी सीएम हेमंत सोरेन, राजद के मंत्री सत्यानंद भोक्ता, झामुमो मंत्री व विधायकों के साथ नामांकन करने पहुंचीं. श्रीमती माजी ने दो अलग-अलग सेट में नामांकन पत्र दाखिल किया.
Posted By: Sameer Oraon