Jharkhand Rajysabha Election : कांग्रेस का दावा खारिज, झामुमो देगा प्रत्याशी
राज्यसभा की दो सीटों पर 10 जून को होने वाले चुनाव को लेकर सत्तारुढ़ दलों के महागठबंधन में अब तक एक राय नहीं बन पायी है. अधिसूचना जारी होने के तीन दिन गुजर जाने के बाद महागठबंधन में उम्मीदवार को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पायी है.
Ranchi : राज्यसभा की दो सीटों पर 10 जून को होने वाले चुनाव को लेकर सत्तारुढ़ दलों के महागठबंधन में अब तक एक राय नहीं बन पायी है. अधिसूचना जारी होने के तीन दिन गुजर जाने के बाद महागठबंधन में उम्मीदवार को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पायी है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने झामुमो से राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए सीट छोड़ने को लेकर त्याग और बलिदान की अपील की है. उन्हाेंने कहा है कि पिछले राज्यसभा चुनाव में झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन का गठबंधन के सभी दलों ने साथ दिया था. उनके नाम पर सभी एकमत थे, इस बार कांग्रेस पार्टी राज्यसभा की एक सीट चाहती है. इधर झामुमो ने कांग्रेस के दावे को सिरे से खारिज कर दिया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि कांग्रेस की ओर से बार-बार पिछले राज्यसभा चुनाव का हवाला देते हुए झामुमो से उम्मीदवार नहीं देने की बात कर रही है. अगर कांग्रेस को दिशोम गुरु शिबू सोरेन के पद प्रतिष्ठा का इतना ही ख्याल रहता, तो वह पिछले चुनाव में अपना प्रत्याशी ही नहीं उतारती. तब चुनाव की नौबत ही नहीं आती. शिबू सोरेन को भाजपा प्रत्याशी दीपक प्रकाश से एक वोट कम नहीं मिलता.
झामुमो का स्वभाविक दावा
उन्होंने कहा कि झामुमो के विधानसभा में 30 विधायक हैं, ऐसे में पार्टी का स्वभाविक दावा बनता है. महागठबंधन में चुनाव से पहले सारी बातें तय थी. इसके पालन किया जा रहा है. पिछले चुनाव में बंटवारे के तहत दुमका व मधुपुर की विधानसभा सीट झामुमो के पास थी. जब इन सीटों पर उप चुनाव हुआ तो झामुमो ने अपना उम्मीदवार उतारा. इसी प्रकार जब बेरमो की सीट खाली हुई तो इस पर कांग्रेस का स्वभाविक दावा बना. इस पर झामुमो ने कभी आपत्ति नहीं जतायी. इस सीट पर कांग्रेस का दावा बना.
कल मंथन करेंगे झामुमो विधायक
राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारने के लिए झामुमो ने तैयारी पूरी कर ली है. 28 मई को रांची में झामुमो विधायक दल के साथ-साथ पार्टी के वरिष्ठ नेताओं व जिलाध्यक्षों को बुलाया गया है. इसमें उम्मीदवार के नाम पर चर्चा कर रणनीति बनेगी. बैठक में झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन, कार्यकारी अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत पार्टी के सभी विधायक मौजूद रहेंगे. झामुमों के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य का कहना है कि अगर पिछले राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस अपनी उम्मीदवार नहीं उतारती तो दिशोम गुरु शिबू सोरेन को भाजपा प्रत्याशी से एक वोट कम नहीं मिलते.
समय आयेगा तो सब सामने आ जायेगा : सीएम
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा है कि राज्यसभा चुनाव को लेकर अन्य दलों ने उम्मीदवार की घोषणा की है क्या? फिर झामुमो से सवाल क्यों? समय आयेगा तो सब सामने आ जायेगा. घबरायें नहीं. श्री सोरेन पूर्व मंत्री यदुनाथ बास्के से मिलने के बाद मऊभंडार डीवी (निदेशक बंगला) में पत्रकारों से बात कर रहे थे.
केंद्र में नेता नहीं, व्यापारी बैठे हैं, एक दिन सब बिक जायेगा
एचसीएल-आइसीसी के मसले पर सीएम ने कहा कि सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण किया जा रहा है. उससे आप सभी वाकिफ हैं. एचसीएल-आइसीसी प्लांट केंद्र का है. कॉपर कंपनी एक समय देश में चमक रही थी. आज खंडहर में तब्दील हो गयी है. इसका मुख्य कारण केंद्र में बैठे लोगों का व्यापारी बन जाना है. केंद्र सरकार देश की संपत्ति बेच रही है. सीएम ने मीडिया की ओर इशारा करते हुए कहा: एक दिन आप भी बिक जायेंगे.
कांग्रेस को झामुमो के फैसले का इंतजार
राज्यसभा चुनाव व वर्तमान राजनीतिक हालात को लेकर नयी दिल्ली में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय साथ झारखंड के नेताओं की बैठक हुई. बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने बताया कि कांग्रेस का प्रयास है कि महागठबंधन का सर्वसम्मति से उम्मीदवार हो. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर शुक्रवार को फिर प्रभारी के साथ बैठक होगी. इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात की जायेगी. प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि जब तक हेमंत सोरेन अपनी बात नहीं कहेंगे, तब तक किसी नतीजे पर पहुंचना सही नहीं होगा. ऐसे में कांग्रेस को झामुमो के फैसले का इंतजार है.
यूपीए का एक ही सर्वसम्मत कैंडिडेट हो
बैठक के बाद झारखंड प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा कि कांग्रेस का प्रयास है कि यूपीए का एक ही सर्वसम्मत कैंडिडेट हो. बहुत जल्द वे और मुख्यमंत्री सोनिया गांधी से मिलेंगे. इसके बाद तस्वीर साफ हो जायेगी. बैठक में विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की, विधायक इरफान अंसारी, दीपिका पांडेय, ममता देवी, पूर्णिमा नीरज सिंह, राजेश कच्छप सहित कई शामिल हुए.
पहले दिन कोई नामांकन नहीं
राज्य में राज्यसभा की दो सीटों के लिए हो रहे चुनाव को लेकर नामांकन के पहले दिन किसी भी अभ्यर्थी ने पर्चा दाखिल नहीं किया. 24 मई को चुनाव की अधिसूचना जारी करने के बाद गुरुवार से नामांकन शुरू हुआ है. 31 मई तक उम्मीदवार नामांकन कर सकेंगे. राज्यसभा सदस्य चुनने के लिए विधायक 10 जून को मतदान करेंगे. एक जून को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी और तीन जून को नाम वापसी होगी. 10 जून को सुबह नौ से चार बजे तक मतदान होगा. इसी दिन शाम पांच बजे से मतों की गिनती की जायेगी. चुनाव की प्रक्रिया 13 जून के पहले समाप्त कर ली जायेगी. मालूम हो कि झारखंड में जिन दो सीटों के लिए चुनाव होना है, उन पर भाजपा का कब्जा है. जिनमें केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और दूसरा महेश पोद्दार हैं.