रांची स्मार्ट सिटी के मुसाटोली के लोगों को जमीन के साथ मिलेगा रोजगार, सरकार ने किया वादा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर रांची स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के दायरे में आने वाले मुसाटोली के प्रभावित परिवारों के साथ बैठक हुई.इस बैठक में उनको स्मार्ट सिटी में रोजगार दिलाने के साथ-साथ उनके पुर्नवास के लिए जमीन देने का वायदा किया गया. सरकार के इस कदम से प्रभावित लोगों के चेहरे पर खुशी दिखी.
Jharkhand News: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कुशल नेतृत्व में चल रही राज्य सरकार प्रदेश के गरीब परिवारों को लेकर बेहद संवेदनशील है. पूर्व में सीएम ने रांची स्मार्ट सिटी एबीडी क्षेत्र के मुसाटोली में वर्षों से रह रहे करीब दो दर्जन परिवारों को बसाने को लेकर नगर विकास एवं आवास विभाग तथा जिला प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए थे. इसी क्रम में मुख्यमंत्री के सचिव और राज्य सरकार में नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव विनय कुमार चौबे के निर्देश पर राज्य शहरी विकास अभिकरण के निदेशक और रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन के सीईओ अमित कुमार की अध्यक्षता में बैठक हुई. जिसमें रांची जिला प्रशासन की ओर से अपर समाहर्ता राजेश बरवार और नामकुम के अंचलाधिकारी विनोद प्रजापति मौजूद रहे. इधर रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन की ओर से मुसाटोली के प्रभावित परिवारों के सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया था.
रोजगार और पुर्नवास के लिए सरकार आपके साथ
बैठक में प्रभावित परिवारों के सदस्यों से बातचीत करते हुए रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन के सीईओ अमित कुमार ने आश्वस्त किया कि सरकार आपके बेहतर पुनर्वास के साथ साथ आपके लिए रोजगार और अन्य समस्याओं के समाधान में भी आपके साथ खड़ी है. प्रभावित परिवारों की मांग पर सूडा निदेशकने उन्हें बताया कि सरकार शहरी क्षेत्र में जमीन की बंदोबस्ती नहीं कर सकती है. जब प्रभावित परिवारों ने शहर के आसपास भूखंड की मांग की तो सूडा निदेशक ने जिला प्रशासन से आग्रह किया कि इनके पुनर्वास के लिए बेहतर और सुरक्षित जगह की पहचान करें. रांची के एसी राजेश बरवार और सीओ नामकुम बिनोद प्रजापति ने कहा कि जिला प्रशासन इसपर काम कर जल्द ही उचित कदम उठाएगा ताकि उनका पुनर्वास हो सके.
बस्ती के लोगों को स्मार्ट सिटी में मिले रोजगार
स्मार्ट सिटी के सीईओ अमित कुमार ने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि इस बस्ती के युवाओं को स्मार्ट सिटी में चल रही विकास योजनाओं में ही रोजगार का अवसर मिले. उन्होंनें सभी परिवारों से कहा कि आप अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दें और इसके लिए सरकार हर संभव मदद कर रही है. बैठक में मौजूद डेवीड आईऩ और सोमा सांगा ने खुशी जताते हुए कहा कि अब हमें नई उम्मीद जगी है कि हमें सरकार सम्मान के साथ पुनर्वास कराएगी और हमें भी अपने ही शहर में रोजगार मिलेगा. इसके लिए दोनों ने मुख्यमंत्री,नगर विकास सचिव और स्मार्ट सिटी सीईओ तथा रांची जिला प्रशासन का आभार जताया. संतोष तिग्गा और सुनील मिंज ने भी जिला प्रशासन और स्मार्ट सिटी की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि हम लोग कई दिनों से सहमे हुए थे कि कहीं हम सड़क पर न आ जाएं पर, आज की बैठक से एक नई उम्मीद जगी है.
बैठक में इनकी रही उपस्थिति
बैठक में रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन के सीईओ श्री अमित कुमार,रांची के अपर समाहर्ता श्री राजेश बरवार,नामकुम सीओ श्री बिनोद प्रजापति,स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन के महाप्रबंधक राकेश कुमार नंदक्योलियार,एलएनटी के प्रोजेक्ट मैनेजर जेडी त्रिपाठी,स्मार्ट सिटी के पीआरओ अमित कुमार, राजस्व प्रबंधक रवि पांडेय, लीगल एक्सक्यूटिव सतीश कुमार,प्रभास कुमार के साथ साथ जुडको तथा एलएनटी की ओर से भी कई प्रबंधक मौजूद थे.