Jharkhand News : राज्य की बदहाल स्थिति को लेकर हम चिंतित रहते हैं. हमने इस पर काफी सोचा. लोग चांद पर पहुंच रहे हैं, फिर भी झारखंड जहां का तहां क्यों है? किस संक्रमण से घिरा है. क्या कमी है? क्या हमारे पास दक्ष लोगों की कमी है? या संसाधन की कमी है कि हम लोग देश के सबसे पिछड़े राज्य में गिने जाते हैं. राज्य आंतरिक रूप से कमजोर और निरीह स्थिति में है. बिना ताकत लगाये राज्य आगे नहीं बढ़ सकता है. यह बात मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कही. वे प्रोजेक्ट भवन सभागार में स्टेट फोरेंसिक लेबोरेट्री के लिए चयनित 37 सहायक निदेशक और 56 वैज्ञानिक सहायक को नियुक्ति पत्र देने के मौके पर बोल रहे थे.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड बनने के बाद से परिकल्पना की गयी उपयोगिता पर ध्यान नहीं दिया गया. जैसे स्टेट फोरेंसिक लेबोरेट्री का भवन हो या स्कूलों का भवन. भवन बना दिये गये, उपकरण भी खरीदे गये, लेकिन उनको चलानेवाले नियुक्त ही नहीं किये गये. उन्होंने कहा कि राज्य में 20 वर्षों में मिस मैनेजमेंट का अनोखा नमूना रांची का झिरी है. जहां वर्षों से कचरा अंबार किये जाने से गंदगी फैल गयी है. इससे रांची घिर रही है. इसका निदान पूर्व में नहीं किया गया.
सीएम ने कहा कि पिछले दिनों जेल की समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि मुर्गी-बकरी चोरी और पेड़ की चोरी में सजा तीन साल की है. वहीं राज्य की जेलों में इस तरह के केसों में एससी-एसटी और निचले तबके के लोग, दलित-पिछड़े पांच साल से सजा काट रहे हैं. इनकी संख्या जेल में बंद कैदियों की करीब 80 फीसदी है.
सीएम ने कहा कि सरकार ने 12 हजार अवर सेवा स्तर के और विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिए कार्मिक को अनुशंसा भेजी है. बहुत जल्द 40 हजार पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होगी.