झारखंड की राजधानी रांची को जाम से निजात दिलाने के लिए रातू रोड में बन रहे एलिवेटेड कॉरिडोर में सूबे की कला और संस्कृति के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण और उसकी खूबसूरती के भी दर्शन होंगे. इसके लिए एनएचएआई और केसीसी बिल्डकॉन ने बड़े पैमाने पर तैयारी की है. रांची के सांसद संजय सेठ के सुझाव पर इस दिशा में काम शुरू हो गया है.
प्रयास किया जा रहा है कि रातू रोड का एलिवेटेड कॉरिडोर देश के चुनिंदा कॉरिडोर में शामिल हो. तैयारी ऐसी है कि एलिवेटेड कॉरिडोर से गुजरने वालों को चित्रकारी से पता चल जाये कि वे झारखंड में हैं. कॉरिडोर के निचले हिस्से में लोगों को झारखंड की कला एवं संस्कृति के दर्शन होंगे. यहां के महापुरुषों की जीवन गाथा के बारे में भी लोग जान सकेंगे.
इस काम के लिए नागपुर की एक एजेंसी से संपर्क किया गया है. एजेंसी एलिवेटेड कॉरिडोर के सभी पिलर्स को सजाने की योजना तैयार कर रही है. पिलर्स की साज-सज्जा पर लगभग 2.5 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है. एजेंसी की तैयारी के मुताबिक, रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर को 5 जोन में बांटा गया है. उसी 5 जोन के अनुसार इसे सजाया जायेगा.
पिलर्स में ट्राइबल जोन, पर्सनालिटी जोन, स्पोर्ट्स जोन, सोशल अवेयरनेस जोन और ग्रीन जोन शामिल होंगे. पर्सनालिटी जोन में झारखंड के महापुरुषों भगवान बिरसा मुंडा, सिदो-कान्हू, नीलांबर-पीतांबर, चांद-भैरव सहित कई महापुरुषों की जीवन गाथा के दर्शन होंगे. स्पोर्ट्स जोन में हॉकी, फुटबॉल, तीरंदाजी, ओलिंपिक सहित अन्य खेलों से जुड़े झारखंड के खिलाड़ियों और उनकी उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जायेगा.
ग्रीन जोन में झारखंड की नदियों, पहाड़ों और झरनों की हरी-भरी छटा दिखेगी. सोशल अवेयरनेस जोन में कई प्रकार के सामाजिक संदेश होंगे. इस एलिवेटेड कॉरिडोर के पिलर पर रांची के आसपास के झरने भी आप देख सकेंगे. इतना ही नहीं, स्टील के प्लेट पर रंग-बिरंगी लाइटिंग की भी योजना है, ताकि कॉरिडोर की खूबसूरती में और निखार आये.