झारखंड के राजस्व वसूली में हुई वृद्धि लेकिन केंद्रीय सहायता मद में गिरावट, जानें कहां से कितने रुपये की वसूली
झारखंड की राजस्व वृद्धि में पिछले साल के मुकाबले बढ़ोतरी हुई है, लेकिन केंद्रीय सहायता मद में गिरावट हुई है. सबसे ज्यादा सेल्स टैक्स से हुई है. सरकार ने अक्तूबर तक अपनी आमदनी का 95% खर्च किया है.
रांची : राज्य की राजस्व वसूली में पिछले वर्ष के मुकाबले वृद्धि हुई है. हालांकि केंद्रीय सहायता में कमी दर्ज की गयी है. पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 में वार्षिक लक्ष्य के मुकाबले अक्तूबर तक 31.95% की वसूली हुई थी. चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान इसी अवधि में वार्षक लक्ष्य के मुकाबले 38.62% की वसूली हुई है. पिछले वित्तीय वर्ष अक्तूबर तक केंद्रीय सहाय्य व अनुदान मद में 38.69 % राशि मिली थी.
चालू वित्तीय वर्ष के दौरान इसी अवधि तक 27.41% राशि ही मिल सकी है. महालेखाकार के अनुसार, चालू वित्तीय वर्ष के दौरान अक्तूबर तक सरकार को कुल 33598.67 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है, जो वार्षिक लक्ष्य का 38.62% है. अक्तूबर तक सरकार ने कर्मचारियों के वेतन भत्ता, पेंशन, सूद चुकाने पर 29930.58 करोड़ रुपये खर्च किया है.
यानी अक्तूबर तक सरकार का राजस्व खर्च उसकी आमदनी के मुकाबले 87.08% है. इसी अवधि में सरकार ने 2033.28 करोड़ रुपये का पूंजीगत खर्च किया है. सरकार ने अक्तूबर तक अपनी आमदनी का 95% खर्च किया है.
मद लक्ष्य वसूली वर्तमान पिछले साल
जीएसटी 9500.00 5148.58 54.20% 38.01%
स्टांप व निबंधन 1200.00 530.59 44.22% 28.94%
भू राजस्व 1100.00 692.57 62.96% 58.21%
सेल्स टैक्स 6415.00 2986.67 46.56% 35.40%
उत्पाद 2460.00 848.72 34.50% 32.01%
केंद्रीय करों में हिस्सा 22060.01 10175.18 46.13% 37.80%
सहाय्य अनुदान 17891.48 4903.35 27.41% 38.69%
Posted By : Sameer Oraon