सत्ता पक्ष के विधायक हैदराबाद से पहुंचे रांची, पांच फरवरी को चंपाई सोरेन सरकार के फ्लोर टेस्ट में लेंगे हिस्सा
झारखंड के सत्ता पक्ष के विधायक रविवार को हैदराबाद (तेलंगाना) से रांची पहुंचे. ये पांच फरवरी को चंपाई सोरेन सरकार के फ्लोर टेस्ट में हिस्सा लेंगे. चंपाई सोरेन के सीएम पद की शपथ लेने के अगले दिन ये हैदराबाद शिफ्ट किए गए थे.
रांची: झारखंड के सत्ता पक्ष के विधायक रविवार को हैदराबाद (तेलंगाना) से रांची पहुंचे. इसके लिए लियोनी रिसॉर्ट से वे बस से हैदराबाद के बेगमपेट एयरपोर्ट पहुंचे और रांची के लिए रवाना हुए. इसके बाद उन्होंने रांची के लिए उड़ान भरी. बताया जा रहा है कि लियोनी रिसॉर्ट में कड़ी निगरानी में उन्हें रखा गया था. रिसॉर्ट में काफी संख्या में तेलंगाना पुलिस की तैनाती की गयी थी. विधायकों को रिसॉर्ट के अलग भवन में ठहराया गया था. एक-एक विधायक की चार-चार लोग निगरानी कर रहे थे. विधायक अपने कमरे से बाहर निकलते थे, तो उनके साथ तेलंगाना पुलिस व स्थानीय विधायक साथ होते थे. कांग्रेस ने एआइसीसी के कई सचिवों को वहां लगाया था. झारखंड के सत्तापक्ष के विधायकों में झामुमो व कांग्रेस के विधायक शामिल हैं. पांच फरवरी को चंपाई सोरेन सरकार के फ्लोर टेस्ट (विश्वास मत) में ये शामिल होंगे.
फोटो खींचने पर था प्रतिबंध
हैदराबाद में विधायकों को अलग-अलग कमरे में ठहराया गया था. विधायकों को फोटो खींचने पर प्रतिबंध लगाया गया था. इस रिसॉर्ट के एक हिस्से में आम लोग भी ठहरे हैं, लेकिन उनसे इन विधायकों को पूरी तरह काट कर रखा गया था. एक विधायक ने कहा कि इस तरह की व्यवस्था पीड़ादायक और सम्मानजनक नहीं है. विधायकों को सामने के लॉन व गार्डेन में टहलने के दौरान भी निगरानी की जा रही थी. आपको बता दें कि 31 जनवरी को जमीन घोटाले में हेमंत सोरेन को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था. दो फरवरी को चंपाई सोरेन ने सीएम पद की शपथ ली. आलमगीर आलम व सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपथ ली. इसके बाद 10 दिनों में चंपाई सोरेन सरकार को फ्लोर टेस्ट का समय दिया गया. इधर, तीन फरवरी को सत्तापक्ष के विधायक हैदराबाद शिफ्ट हो गए थे.
43 नेता हैदराबाद किए गए थे शिफ्ट
चंपई सोरेन के सीएम पद की शपथ लेने के बाद झारखंड के गठबंधन दलों के 43 नेता (विधायक समेत अन्य) चार्टर प्लेन से रांची से हैदराबाद पहुंचे थे. हैदराबाद एयरपोर्ट से दो एसी बसों से वे रिसोर्ट पहुंचे थे. इनके लिए समीरपेट के लियोनी रिसोर्ट (Leoni Resort) में ठहरने की व्यवस्था की गयी थी. तेलंगाना कांग्रेस ने हर चार विधायक पर एक केयरटेकर की नियुक्ति की थी. दीपा दासमुंशी व मंत्री पोन्नम प्रभाकर को इनकी सुविधाओं का ख्याल रखने के लिए नियुक्त किया गया था.