फर्जी दस्तावेज पर ठेकेदारों को काम दे रहा झारखंड ग्रामीण कार्य विभाग, ऐसे हुआ मामले का खुलासा

ठेकेदारों ने ही बताया कि जिन नये ठेकेदार पुराने ठेकेदारों के अनुभव प्रमाण पत्र को स्कैन कर ले रहे हैं. उसमें नाम-पता व अन्य जानकारियां बदल कर अपने से संबंधित जानकारी दर्ज करा लेते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 17, 2023 9:38 AM

रांची : ग्रामीण कार्य विभाग के अधीन चलनेवाली ‘मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना’ और ‘मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजना’ के टेंडर में काम लेने के लिए ठेकेदार फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल कर रहे हैं. फर्जी दस्तावेज के आधार पर कई ठेकेदारों ने काम हासिल करने में सफल भी हुए हैं. आमतौर पर इंजीनियर इसकी जांच भी नहीं करते. इसका खुलासा हाल ही में हुआ है. विशेष प्रमंडल द्वारा जारी बीडीओ सह सीओ आवासीय परिसर के निर्माण का टेंडर लेनेवाले दो ठेकेदारों ने फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र जमा किया था. मामला पकड़ में आने के बाद दोनों ठेकेदारों पर कार्रवाई करने की अनुशंसा की गयी है.

फर्जी दस्तावेज डाल रहे नये ठेकेदार :

ठेकेदारों ने ही बताया कि जिन नये ठेकेदार पुराने ठेकेदारों के अनुभव प्रमाण पत्र को स्कैन कर ले रहे हैं. उसमें नाम-पता व अन्य जानकारियां बदल कर अपने से संबंधित जानकारी दर्ज करा लेते हैं. फिर उसी कागजात को टेंडर पेपर के साथ संलग्न करके दे रहे हैं. किसी-किसी ठेकेदार द्वारा बिहार, मध्यप्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों में किये गये कार्यों का अनुभव प्रमाण पत्र दिया जा रहा है.

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