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2 साल बाद झारखंड में आयोजित होगी कक्षा 3 से 7 के लिए स्पेशल परीक्षा, 26 लाख विद्यार्थी होंगे शामिल

झारखंड के क्लास 3 से लेकर 7 तक के छात्रों के लिए स्पेशल परीक्षा आयोजित होगी. दो साल बाद हो रहे इस परीक्षा में 26 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे. इसके लिए झारखंड शिक्षा परियोजना ने दिशा निर्देश जारी कर दिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | March 24, 2022 12:28 PM

Jharkhand Exam 2022 रांची: राज्य के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा तीन से सात तक के बच्चों की विशेष परीक्षा ली जायेगी. इन कक्षाओं में पढ़ने वाले लगभग 26 लाख विद्यार्थी दो साल बाद स्कूल में ऑफलाइन परीक्षा में शामिल होंगे. वर्ष ज्ञात हो कि 2020 व 2021 में कोविड के कारण बिना परीक्षा के ही सभी विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रोमोट कर दिया गया था. इस संबंध में झारखंड शिक्षा परियोजना ने दिशा निर्देश जारी कर दिया है.

कोविड के कारण पिछले दो वर्ष से विद्यालयों में पठन-पाठन प्रभावित रहा है. ऐसे में विद्यालय खुलने के बाद बच्चों के शैक्षणिक स्तर के आकलन के लिए परीक्षा ली जायेगी. परीक्षा 31 मार्च को होगी. पांचवीं से सातवीं तक के विद्यार्थियों की परीक्षा ओएमआर शीट और तीसरी व चौथी की परीक्षा उत्तर पुस्तिका पर ली जायेगी.

कक्षा छह व सात के विद्यार्थियों से 50 व कक्षा तीन से पांच के विद्यार्थियों से 40-40 प्रश्न पूछे जायेंगे. परीक्षा सरकारी विद्यालयों के साथ-साथ सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में भी ली जायेगी. मूल्यांकन की जिम्मेदारी संबंधित जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी की होगी. परीक्षा तीन घंटे की होगी. परीक्षा 32752 स्कूलों में नौ बजे से शुरू होगी. कोविड के बाद राज्य में यह अब तक की स्कूल स्तर पर सबसे बड़ी परीक्षा होगी.

तीसरी कक्षा की विशेष आकलन परीक्षा शुरू

राज्य के सरकारी विद्यालयों में कक्षा तीन के बच्चों की विशेष आकलन परीक्षा (राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे) बुधवार से शुरू हुई. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय व एनसीइआरटी के संयुक्त तत्वावधान में परीक्षा ली जा रही है.

बच्चों की संख्या

कक्षा बच्चे

तीन 556421

चार 510354

पांच 561545

छह 488832

सात 485087

पांच अप्रैल से चलेगा बैक टू स्कूल कैंपेन

स्कूलों में बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थित सुनिश्चित करने के लिए बैक टू स्कूल कैंपेन चलाया जायेगा. मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने सभी जिलों के उपायुक्त को इस संबंध में पत्र लिखा है. अभियान को स्कूल रूआर-2022 (बैक टू स्कूल कैंपेन) नाम दिया गया है. अभियान पांच अप्रैल से पांच मई तक चलेगा.

स्कूलों में शत प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति हो, इसका प्रयास किया जायेगा. एक कक्षा से दूसरे कक्षा में बच्चों को प्रोमोट करने की स्थिति की समीक्षा करने को कहा गया है. सभी जिलों को आंगनबाड़ी केंद्र एवं निकटतम स्कूलों के बीच समन्वय स्थापित करने को कहा गया है. बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्कूल, प्रखंड एवं जिला को सम्मानित किया जायेगा.

Posted By: Sameer Oraon

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