Ranchi News: झारखंड राज्य सहकारी बैंक कर्मचारी संघ ने बैंक के शहीद चौक स्थित बैंक मुख्यालय में धरना दिया. यह धरना मुख्यालय सहित राज्यभर के 105 शाखाओं में दिया गया. जहां कर्मचारियों ने शांतिपूर्ण तरीके से मुख्यालय परिसर में गांधीवादी तरीके से शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया गया. कई साल बीत जाने के बाद भी कर्मचारियों की लंबित मांगों पर प्रबंधन ने अब तक कोई ध्यान नहीं दिया. कर्मचारी विगत कई सालों से विकट से विकट परिस्थितियों में चाहे नोटबंदी हो या कोविड -19 हो या अन्य कई परिस्थितियों में काम करते रहे हैं. सहकारी बैंक की 105 शाखाओं के कर्मचारी लगातार ग्रामीण और सुदूर क्षेत्रों में सेवा देते रहे हैं.
कर्मचारियों की मांगों को किया जा रहा नजरअंदाज
संघ के अध्यक्ष अनिल पी पन्ना ने कहा कि कई सालों से हमलोग बैंक में काम कर रहे हैं. लगातार प्रबंधन के पास अपनी मांगों को रखने के बाद भी नजरअंदाज किया जाता रहा है. विकट से विकट परिस्थितियों में भी कर्मचारी काम करते रहे. ऐसे में उनको कार्य के बदले उचित वेतनमान नहीं दिया जाता. अन्य राज्यों की सहकारी बैंक की तुलना में यहां का वेतनमान बहुत कम है. जल्द से जल्द यहां भी वृद्धि की जाए.
आश्वासन के अतिरिक्त कुछ नहीं मिला
संघ के महासचिव चंदन कुमार प्रसाद ने कहा कि हमलोग कई सालों से कर्मचारियों की लड़ाई लड़ रहे हैं. हम आज भी संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन बार-बार आश्वासन देने के बाद भी एक भी मांग पूरी नहीं की गयी. यह निराशाजनक है. अतः विवश होकर आंदोलन का रुख अपनाना पड़ा है. राज्य भर के सभी 105 शाखाओं के कर्मचारियों की मांगे नहीं मांगी गयी तो संघ 26 अक्टूबर 2022 को पूरे राज्य के 105 शाखाओं में हड़ताल और तालाबंदी किया जाएगा.
इनकी रही उपस्थिति
आज के धरना में संतोष साहू, राजीव रंजन, निखिल बंका,राजीव कुमार,तिलक देव,अमृता महतो,रजनी,रवि श्रीवास्तव, सुनील राम,अविनाश,राजेश दास, राजीव प्रभात,नवीन सेठ,संतोष,मनीष ,मुकेश साव आदि उपस्थित रहे.
संघ की प्रमुख मांगें
-
ग्रेड-पे में बढ़ोतरी
-
कर्मचारियों को प्रमोशन
-
रिक्त पदों पर बहाली
-
स्टेशनरी आपूर्ति की समस्या का समाधान
-
कर्मचारियों का मेडिकल इंश्यारेंस
-
बैंक में शीर्ष प्रबंधन का गठन