ग्रेड पे घटाने समेत 11 सूत्री मांगों को लेकर झारखंड राज्य जनसेवक संघ का महाधरना, आमरण अनशन की दी चेतावनी
सेवा के 11वें वर्ष में सेवा-संपुष्टि और MACP का लाभ लेने के बाद कृषि विभाग के उच्चाधिकारियों के द्वारा जनसेवक नियुक्ति और सेवा शर्त नियमावली 2011-12 की गलत व्याख्या करते हुए षडयंत्र के तहत जनसेवकों का ग्रेड-पे 2400/- से घटाकर 2000/- करने संबंधी आदेश के खिलाफ जनसेवक आंदोलनरत हैं.
रांची: झारखंड राज्य जनसेवक संघ अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलनरत है. 9 मई से ये अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. फिलहाल रांची के डोरंडा स्थित नेपाल हाउस के कृषि सचिवालय के समक्ष राज्य के विभिन्न जिलों से आए जनसेवक महाधरना पर बैठे हैं. ग्रेड पे 2400- से घटाकर 2000 करने समेत अन्य मांगें शामिल हैं.
कृषि सचिवालय के समक्ष बैठे हैं धरने पर
सेवा के 11वें वर्ष में सेवा-संपुष्टि और MACP का लाभ लेने के बाद कृषि विभाग के उच्चाधिकारियों के द्वारा जनसेवक नियुक्ति और सेवा शर्त नियमावली 2011-12 की गलत व्याख्या करते हुए षडयंत्र के तहत जनसेवकों का ग्रेड-पे 2400/- से घटाकर 2000/- करने संबंधी आदेश के खिलाफ और लंबित 11 सूत्री मांगों की पूर्ति को लेकर जनसेवक कृषि सचिवालय (नेपाल हाउस) के समक्ष अनिश्चितकालीन राज्यस्तरीय महाधरना पर बैठे हैं.
कई अन्य जिम्मेदारी भी निभाते आ रहे जनसेवक
झारखंड में 2011-12 में 1836 VLW / ग्रामीण प्रसार कार्यकर्ता (जनसेवक) की नियुक्ति विभिन्न जिलों के अलग अलग प्रखंडों में नवीन कृषि अनुशंधान एवं कृषि तकनीक को जमीनी स्तर पर किसानों तक पहुंचाने के लिए वेतनमान 5200-20,200 ग्रेड-पे 2400/- में की गई थी. नियुक्ति के बाद से ही जनसेवकों की शैक्षणिक योग्यता एवं कार्य दक्षता को देखते हुए उन्हें कई विभागों में अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है. अभी जनसेवक ना सिर्फ कृषि विभाग बल्कि अन्य विभागों के भी पर्यवेक्षीय पद जैसे प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, सहायक गोदाम प्रबंधक, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी, प्रखंड सांख्यिकी पर्यवेक्षक के साथ साथ निर्वाचन से संबंधित सभी कार्यों का निष्पादन सफलता पूर्वक करते रहे हैं.
महाधरना को इन्होंने किया संबोधित
महाधरना कार्यक्रम को मुख्य रूप से गोपाल शरण सिंह एवं अशोक कुमार सिंह (नयन), अध्यक्ष, झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ, सुदेश कुमार, महासचिव, एवं सुशीला तिग्गा, संरक्षक झारखण्ड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ, महेश सिंह, राष्ट्रीय सचिव अखिल भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ, विक्रांत कुमार सिंह, अध्यक्ष NMOPS/JHAROTEF, उज्जवल तिवारी, महासचिव, NMOPS/JHAROTEF, राकेश कुमार, प्रांतीय मीडिया प्रभारी, NMOPS/JHAROTEF, मिथलेश कुमार सहाय, अध्यक्ष, सेवानिवृत कर्मचारी प्रकोष्ठ NMOPS/JHAROTEF, मनोरंजन कुमार, महामंत्री, झारखंड राज्य अवर वनसेवा संघ ने संबोधित किया.
आमरण अनशन की दी चेतावनी
झारखंड राज्य जनसेवक संघ के अध्यक्ष देवेंद्र कुमार ने कहा कि अपनी स्मिता एवं 11-सूत्री लंबित मांगों की पूर्ति के लिए राज्यभर के जनसेवक 9 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं लेकिन कृषि विभाग एवं सरकार के द्वारा अभी तक वार्ता के लिए किसी प्रकार की पहल नहीं की गयी है. ऐसे में राज्य संघ विभिन्न सेवा संवर्गों से प्राप्त समर्थन ( यथा अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ, NMOPS/JHAROTEF, झारखंड प्रगतिशील शिक्षक संघ, झारखंड अवर वन सेवा संघ, सहित राज्य के 45 कर्मचारी / शिक्षक / पदाधिकारी संघ) के आधार पर आंदोलन को और तीव्र करते हुए सरकार के खिलाफ जाने को विवश है. झारखंड राज्य जनसेवक संघ के महामंत्री लोकेश कुमार ने कहा कि पिछले 37 दिनों की हड़ताल एवं धरना कार्यक्रम में राज्य के सभी जिलों के धरना कार्यक्रम में विधायकगण, मंत्रीगण, स्थानीय जनप्रतिनिधिगण एवं पंचायती राज के प्रतिनिधियों के द्वारा धरना स्थल पर आ कर लिखित समर्थन दिया गया है. सकारात्मक पहल नहीं की जाती है तो आमरण अनशन भी करेंगे. मंच संचालन उत्तरी छोटानागपुर प्रमण्डल अध्यक्ष दिलीप यादव एवं महिला प्रकोष्ठ प्रतिनिधि सुजाता गुप्ता ने किया.
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