लोबिन हेंब्रम का हेमंत सरकार को दो टूक, बोले- विशेष सत्र बुलाकर स्थानीयता करें लागू, खत्म कर देंगे आंदोलन

1932 खतियान के नाम पर बगावती तेवर अपनाने वाले विधायक लोबिन हेंब्रम ने कहा है कि स्पेशल सत्र बुलाकर अगर स्थानियता लागू करें तो वो आंदलन नहीं करेंगे. उन्होंने कहा है कि वो सरकार व पार्टी के खिलाफ नहीं है

By Prabhat Khabar News Desk | April 9, 2022 9:00 AM

रांची: स्थानीयता के मुद्दे पर पार्टी के अंदर मोर्चा खोलने वाले झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम ने कहा है कि उनका आंदोलन रूकने वाला नहीं है. वह पूरे राज्य में घूमेंगे. विधायकों से स्थानीयता के मुद्दे पर साथ आने का आग्रह करेंगे. उन्होंने दो टूक कहा : मैं एक इंच पीछे हटने वाला नहीं हूं. सरकार लिखित दे कि वह विधानसभा का विशेष सत्र बुलायेगी. स्थानीयता के मुद्दे पर बहस कराये और उसे लागू कराये, तो आंदोलन खत्म कर देंगे.

लोबिन ने कहा :

वह पार्टी व सरकार के खिलाफ नहीं हैं. मुद्दे की बात कर रहे हैं. सीएनटी-एसपीटी एक्ट लागू कराना, पेसा कानून, स्थानीयता और स्थानीयता के आधार पर नियोजन नीति मुद्दा है. उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन हमारे नेता हैं. झारखंड के आदर्श हैं. उनके जैसा कोई दूसरा नेता नहीं है, जिसको लोग शीतलहरी में भी रात को सुनने आते हैं.

गुरुजी मेरे दिल-दिमाग में बसे हैं. सुबह भगवान को याद करने के बाद अपने नेता के पैर को नमन करते हैं. हेमंत सोरेन सदन के नेता हैं. हमारा भतीजा है. गलत करेगा, तो डांटेंगे-बोलेंगे. मुख्यमंत्री ऊर्जावान हैं. राज्य में हमारी सरकार बनी है, तो लोगों को भरोसा है कि झारखंडियों के लिए कुछ होगा. विधायक ने कहा कि स्टीफन मरांडी ने जो आरोप लगाया है कि मेरी सभा में दवा दुकान से कम भीड़ हुई. हमने शिबू सोरेन का फोटो लगाया. स्टीफन मरांडी को बताना चाहिए कि वह झामुमो में पैदा लिये, लेकिन कितने घाट घूमे. 22 साल में स्थानीयता को लेकर कोई रिजल्ट नहीं आया़ केवल फेंका-फेकी हुआ.

राज्य में पांच लाख अपार्टमेंट हैं, 12 अन्ना बाहरी रहते, चार अन्ना झारखंडी

झामुमो विधायक ने कहा कि राज्य में पांच लाख अपार्टमेंट है़ं इसमें 12 अन्ना बाहरी रहते है़ं चार अन्ना झारखंडी रह रहे है़ं बिहार से झारखंड अलग हो गया, लेकिन झारखंड से बिहार अलग नहीं हो रहा है़ सीएनटी-एसपीटी एक्ट का उल्लंघन हो रहा है़ डीसी, कमिश्नर, एसडीओ कुछ नहीं कर रहे़ अपने लोग ही दलाल बन गये है़ं यहां खुला दरवाजा हो गया है़ ये कानून सख्ती से लागू नहीं हुआ, तो यहां के लोग गाछ के नीचे रहेंगे़ उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा शराब बेचने का हमने विरोध किया है़ गुरुजी शराबबंदी के लिए लड़ते रहे़ हम गुरुजी को क्या मुंह दिखायेंगे़ उनका मान-सम्मान कैसे बचायेंगे़

Posted by: Sameer Oraon

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