झारखंड : स्टूडेंट्स यूनियन ने राज्यपाल को सीजीएल पेपर लीक का सबूत सौंपा, रखी ये मांग

राज्यपाल को बताया गया कि निर्दोष छात्रों पर आंदोलन को कमजोर करने की मंशा से नामकुम थाना में 31 जनवरी को एकतरफा प्राथमिकी (कांड संख्या-46/2024) दर्ज करायी गयी. दर्ज प्राथमिकी वापस कर आदिवासी-मूलवासी छात्रों के साथ न्याय करने का आग्रह किया गया.

By Prabhat Khabar | February 13, 2024 5:26 AM

रांची : झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन ने प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मिल कर उन्हें जेएसएससी सीजीएल पेपर लीक का सबूत सौंपा. साथ ही पेपर लीक के असली मास्टरमाइंड को पकड़ने और सीबीआइ जांच कराते हुए जेएसएससी को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने का आग्रह किया. प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व यूनियन के देवेंद्र नाथ महतो ने किया. राज्यपाल से मुलाकात करने के बाद श्री महतो ने बताया कि राज्यपाल ने सकारात्मक पहल करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि सरकार के मुख्य सचिव को सभी मांगों पर सकारात्मक और निष्पक्ष कार्रवाई करने का निर्देश दिया जायेगा. सबूत और मांग पत्र में सीजीएल पेपर लीक मामले की बिंदुवार विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी है. सबूत में सीडी और महत्वपूर्ण दस्तावेज भी दिया गया है.

जूनियर इंजीनियर परीक्षा का रिजल्ट जारी करने की मांग

जेएसएससी जूनियर इंजीनियर प्रवेश परीक्षा के अभ्यर्थियों ने सोमवार को रिजल्ट जारी करने की मांग की. सितंबर 2023 में आयोजित परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों ने जेएमएम के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य और विधायक दीपिका पांडेय सिंह को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा. अभ्यर्थियों ने कहा कि बीते वर्ष टीसीएस जैसी प्रतिष्ठित व विश्वशनीय एजेंसी ने परीक्षा का संचालन किया था. परीक्षा के चार माह बीतने के बावजूद अब तक रिजल्ट जारी नहीं हो सका है. रिजल्ट जारी नहीं हुआ तो अभ्यर्थी 16 फरवरी से राजभवन के समक्ष आमरण अनशन करेंगे. बताते चलें कि जेएसएससी जूनियर इंजीनियर की परीक्षा बीते तीन वर्ष में तीन बार आयोजित हो चुकी है.

छात्रों पर दर्ज प्राथमिकी वापस लेने की मांग

राज्यपाल को बताया गया कि निर्दोष छात्रों पर आंदोलन को कमजोर करने की मंशा से नामकुम थाना में 31 जनवरी को एकतरफा प्राथमिकी (कांड संख्या-46/2024) दर्ज करायी गयी. दर्ज प्राथमिकी वापस कर आदिवासी-मूलवासी छात्रों के साथ न्याय करने का आग्रह किया गया. बताया गया कि पेपर लीक व भ्रष्टाचार उजागर करने को लेकर चल रहे आंदोलन के नेतृत्वकर्ता देवेंद्र नाथ महतो को जान का खतरा है. उन्हें सरकारी सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की गयी. सीजीएल पेपर लीक महाघोटाले की जांच सीबीआइ से कराते हुए जेएसएससी में हो रहे भ्रष्टाचार को समाप्त करने की मांग की गयी. साथ ही जेएसएससी अध्यक्ष नीरज सिन्हा को निलंबित करने, सीजीएल परीक्षा लेनेवाली एजेंसी को ब्लैकलिस्टेड करने और सीजीएल परीक्षा लेनेवाली एजेंसी द्वारा संचालित सभी परीक्षा की भी एसआइटी/सीबीआइ से जांच कराने की मांग की गयी. प्रतिनिधिमंडल में देवेंद्र नाथ महतो के अलावा योगेश चंद्र भारती, चंदन कुमार रजक, प्रेम नायक और लक्की रामू राज शामिल थे.

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