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झारखंड टेट नियमावली 2023: पांच साल में तीसरे संशोधन की तैयारी, परीक्षा एक भी नहीं

परीक्षा के लिए फिर जैक को प्रस्ताव भेजा गया. हालांकि, नियमावली में फिर विसंगति रह गयी, जिसकी वजह से जैक ने एक बार फिर विभाग से मार्गदर्शन मांगा है.

रांची, सुनील कुमार झा : सात वर्षों से झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (जेटेट) का आयोजन नहीं हुआ है. इस बीच पांच साल के दौरान जेटेट नियमावली में तीसरे संशोधन की तैयारी की जा रही है. मौजूदा नियमावली के कुछ बिंदुओं को लेकर झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग से मार्ग दर्शन मांगा था. इसी के आलोक में विभाग ने नियमावली में संशोधन का प्रस्ताव तैयार किया है. सूत्रों के अनुसार, इस बार झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए निर्धारित समय और विषय अनिवार्यता के प्रावधानों में बदलाव किया जा सकता है.

जेटेट के लिए पहली नियमावली वर्ष 2012 में बनायी गयी थी, जिसके आधार पर वर्ष 2013 और वर्ष 2016 में परीक्षा हुई. इसके बाद नियमावली में संशोधन की प्रकिया शुरू की गयी. वर्ष 2019 में नियमावली में संशोधन को कैबिनेट से स्वीकृति मिली. विभाग द्वारा परीक्षा लेने के लिए जैक को प्रस्ताव भेजा गया. जैक ने परीक्षा के विभिन्न विषयों में अंकों में एकरूपता नहीं होने की बात कह शिक्षा विभाग से मार्गदर्शन मांगा. इसके बाद वर्ष 2022 में नियमावली को संशोधित किया गया. परीक्षा के लिए फिर जैक को प्रस्ताव भेजा गया. हालांकि, नियमावली में फिर विसंगति रह गयी, जिसकी वजह से जैक ने एक बार फिर विभाग से मार्गदर्शन मांगा है.

सीटेट के अनुरूप करने की तैयारी

गणित सीटेट में भी अनिवार्य है, लेकिन प्रश्न का स्तर इंटरमीडिएट है. इस कारण गणित अनिवार्य होने पर कोई परेशानी नहीं है. जेटेट में कक्षा एक से पांच और कक्षा छह से आठ दोनों में प्रश्न की संख्या व समय में भी एकरूपता है.

हाइकोर्ट के आदेश के बाद परीक्षा पर निर्णय

झाखंड में पिछली शिक्षक पात्रता परीक्षा 2016 में हुई थी. पिछले सात वर्ष वर्ष से एक भी परीक्षा नहीं हुई है. जबकि प्रावधान के अनुरूप प्रति वर्ष परीक्षा होनी चाहिए. अभ्यर्थियों ने जेटेट की परीक्षा आयोजित करने को लेकर हाइकोर्ट में याचिका दाखिल की थी. इस पर सुनवाई की प्रक्रिया पूरी हो गयी है, आर्डर रिजर्व रखा गया है. हाइकोर्ट के आदेश के अनुरूप परीक्षा आयोजन पर निर्णय लिया जायेगा.

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इन बिंदुओं पर संशोधन की तैयारी

  • जेटेट में छठी से आठवीं कक्षा तक के लिए 250 अंकों की परीक्षा का प्रावधान है. सभी प्रश्न एक अंक के होंगे. परीक्षा के लिए तीन घंटों का समय तय किया गया है. यानी एक प्रश्न के लिए एक मिनट से भी कम का समय निर्धारित किया गया है.

  • परीक्षा में स्नातक प्रशिक्षित विज्ञान शिक्षक के लिए गणित, जबकि भाषा शिक्षक के लिए अंग्रेजी को अनिवार्य किया गया है. प्रश्न का स्तर स्नातक स्तरीय रखा गया है.

क्यों किया जा रहा संशोधन

  • किसी भी राज्य के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा नियमावली अमूमन ‘केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा’ यानी सीटेट नियमावली के आधार पर ही तैयार की जाती है. सीटेट में 150 अंक की परीक्षा के लिए ढाई घंटों का समय निर्धारित है. इस कारण परीक्षा के लिए निर्धारित समय में बदलाव की तैयारी है.

  • विज्ञान शिक्षक के लिए कुल तीन विषयों की परीक्षा देनी है, जिसमें गणित के अलावा भौतिकी, रसायन, वनस्पति शास्त्र व जीव विज्ञान में से दो विषय शामिल होते हैं. गणित अनिवार्य है, भाषा में अंग्रेजी अनिवार्य है, जबकि हिंदी, संस्कृत व उर्दू वैकल्पिक विषय में शामिल हैं. गणित व अंग्रेजी के अलावा अन्य विषय के स्नातक करनेवाले अभ्यर्थी ने गणित व अंग्रेजी की पढ़ाई स्नातक स्तर पर की हो यह अनिवार्य नहीं है, इस कारण इसमें भी बदलाव किया जा सकता है.

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