झारखंड में फंसी 50 हजार शिक्षकों की नियुक्ति, TET परीक्षा भी नहीं होगी, सरकार के सामने ये है चुनौतियां

झारखंड हाइकोर्ट द्वारा जेएसएससी स्नातक स्तरीय परीक्षा संचालन संशोधन नियमावली 2021 को रद्द किये जाने के बाद अब इस नियमावली के तहत होनेवाली नियुक्ति भी फिलहाल फंस गयी है

By Prabhat Khabar News Desk | December 17, 2022 9:31 AM

झारखंड में प्राथमिक से लेकर प्लस टू विद्यालय तक की नियुक्ति फिलहाल लटक गयी है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा जेएसएससी स्नातक स्तरीय परीक्षा संचालन संशोधन नियमावली 2021 के आधार पर बदलाव किया गया था. प्राथमिक, हाइस्कूल व प्लस टू शिक्षक नियुक्ति में भी अनारक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए झारखंड से मैट्रिक, इंटर की परीक्षा पास होना अनिवार्य किया गया था.

झारखंड हाइकोर्ट द्वारा जेएसएससी स्नातक स्तरीय परीक्षा संचालन संशोधन नियमावली 2021 को रद्द किये जाने के बाद अब इस नियमावली के तहत होनेवाली नियुक्ति भी फिलहाल फंस गयी है. राज्य के प्लस टू विद्यालयों में जहां नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो गयी थी, वहीं प्राथमिक विद्यालयों नियुक्ति की तैयारी की जा रही थी. इसके लिए जिलों को आरक्षण रोस्टर क्लियर करने को कहा गया था.

जिलों द्वारा आरक्षण रोस्टर क्लियर कर प्राथमिक शिक्षा निदेशालय को भेजा गया था. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के आरक्षण को लेकर कार्मिक विभाग से मार्गदर्शन मांगा था. कार्मिक विभाग से मार्गदर्शन के बाद नियुक्ति के लिए अधियाचना झारखंड कर्मचारी चयन आयोग को भेजी जाती.

शिक्षक पात्रता परीक्षा भी नहीं हो सकेगी :

राज्य में पिछले पांच वर्ष से शिक्षक पात्रता परीक्षा नहीं हुई है. शिक्षा विभाग द्वारा झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा नियमावली में भी अनारक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए झारखंड से मैट्रिक व इंटर की परीक्षा पास होना अनिवार्य किया गया था. नियमावली रद्द होने के बाद अब झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा भी फिलहाल नहीं हो सकेगी. झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा प्रस्ताव झारखंड एकेडमिक काउंसिल को भेजा गया था. झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा नियमावली में प्रत्येक वर्ष परीक्षा लेने का प्रावधान है.

बदलाव के लिए के एक साल तक चली प्रक्रिया :

नियुक्ति नियमावली में बदलाव को लेकर प्रक्रिया लगभग एक साल क चली थी. इसके बाद नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी थी.

इन नियमावली में भी किया गया था प्रावधान :

राज्य में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय व मॉडल स्कूल में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए नियमावली बनायी जा रही है. राज्य में इन विद्यालयों में शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति के लिए अब तक नियमावली नहीं बनी थी. शिक्षा विभाग के स्तर से दोनों नियुक्ति नियमावली को स्वीकृति मिल गयी है. इन दोनों नियमावली में भी अनारक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए झारखंड से मैट्रिक, इंटर पास होना अनिवार्य किया गया था. अब इन दोनों नियमावली को तैयार करने की प्रक्रिया बाधित होगी.

50 हजार पदों पर दो चरण में होनी थी नियुक्ति :

स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा प्राथमिक व मध्य विद्यालय में शिक्षकों के 50 हजार पद सृजित किये थे. इन पदों पर दो चरण में नियुक्ति की घोषणा की गयी थी. प्रथम चरण में 26 हजार नियुक्ति होनी थी.

21 से शुरू होनी थी प्लस टू शिक्षक नियुक्ति परीक्षा

झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा पांच परीक्षाओं का कैलेंडर जारी किया गया था. इन परीक्षाओं की तिथि घोषित की गयी थी. झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा जारी परीक्षा का कैलेंडर वापस ले लिया गया है. जिन परीक्षाओं की तिथि घोषित की गयी थी, उनमें राज्य के प्लस टू विद्यालय में 3120 शिक्षकों की नियुक्ति के लिए भी परीक्षा होनी थी.

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