झारखंड के शिक्षकों और कर्मियों के लिए खुशखबरी, JAC कल्याण कोष से मिलेगा तीन लाख का अनुदान
वर्तमान में अगर किसी शिक्षक या कर्मी को कल्याण कोष से एक बार अनुदान मिलता है, तो वह फिर से पांच वर्ष तक आवेदन जमा नहीं कर सकता है. अब इस समय अवधि को घटाकर दो वर्ष करने की बात कही गयी है
झारखंड एकेडमिक काउंसिल शिक्षक कर्मचारी कल्याण कोष से मिलनेवाले अनुदान राशि में बढ़ोतरी की तैयारी है. कल्याण कोष के प्रावधान पर विचार को लेकर गठित कमेटी ने अपनी अनुशंसा जैक अध्यक्ष को सौंप दी है. कमेटी द्वारा सौंपी गयी रिपोर्ट में कल्याण कोष से मिलनेवाली अधिकतम अनुदान राशि में बढ़ोतरी की अनुशंसा की गयी है. कल्याण कोष से अब तक अधिकतम डेढ़ लाख रुपये अनुदान मिलता था, जिसे तीन लाख करने की अनुशंसा की गयी है.
वर्तमान में अगर किसी शिक्षक या कर्मी को कल्याण कोष से एक बार अनुदान मिलता है, तो वह फिर से पांच वर्ष तक आवेदन जमा नहीं कर सकता है. अब इस समय अवधि को घटाकर दो वर्ष करने की बात कही गयी है. कल्याण कोष से वर्तमान में शिक्षक व उनके पत्नी व महिला शिक्षक के पति को ही अनुदान राशि मिलता था. कमेटी ने इसमें शिक्षक के माता-पिता व उनके अविवाहित बच्चों को भी शामिल करने की अनुशंसा की है. कमेटी में जैक के संयुक्त सचिव अरविंद सिंह, शिक्षक प्रतिनिधि के रूप में झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष यशवंत विजय और जैक बोर्ड के सदस्य अरुण कुमार महतो शामिल थे.
कोविड से प्रभावित शिक्षकों को भी अनुदान की अनुशंसा :
कमेटी ने कल्याण कोष से मिलनेवाले अनुदान को लेकर तय बीमारी की सूची में कोविड को भी शामिल करने की अनुशंसा की है. साथ ही इससे प्रभावित शिक्षक व कर्मियों को प्रावधान के अनुरूप अनुदान भी देने की बात कही गयी है. कोविड के सूची में शामिल नहीं होने के कारण प्रभावित शिक्षकों को अनुदान नहीं मिल सका था. गौरतलब है कि कल्याण कोष से राज्य के हाइस्कूल, प्लस टू विद्यालय, इंटर कॉलेज के शिक्षक व झारखंड एकेडमिक काउंसिल के कर्मचारियों को अनुदान मिलता है.