Jharkhand: 3000 करोड़ रुपये की लागत से राजधानी और उसके आसपास की इन सड़कों का होगा निर्माण

राजधानी रांची और उससे सटे इलाकों की सड़कों का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए लगभग तीन सौ करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. वहीं एक आरओबी का भी निर्माण किया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से तमाम प्रोजेक्टस का शिलान्यास अपने देवघर प्रवास के दौरान की. इन प्रोजेक्ट्स का लोगों को लंबे समय से इंतजार है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 13, 2022 11:31 AM

Ranchi News: झारखंड की राजधानी रांची और उससे सटे इलाकों की सड़कों का निर्माण होगा. इन सड़कों के निर्माण लगभग तीन हजार करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. सभी महत्वपूर्ण सड़कें हैं. इस चार अहम सड़कों में से एक शहर के भीतर की सड़क है. यह एलिवेटेड रोड है, जो पिस्का मोड़ से कचहरी चौक से ठीक पहले तक बनेगा. इसे शहर के लिहाज से महत्वपूर्ण सड़क माना जा रहा है. इन सभी सड़कों के निर्माण के लिए अलग-अलग बजट लोकेट किए गए हैं. सर्वाधिक बजट वाला सड़क पलमा से गुमला तक बनने वाला फोरलेन सड़क है. इसके अतिरिक्त जो अन्य निर्माण होना है, उसमें रामपुर-शहरबेड़ा सड़क और पिस्का आरओबी है. इन सभी योजनाओं का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने देवघर विजिट के दौरान किया.

इन योजनाओं का किया शिलान्यास

बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 16 सौ करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास और घोषणा की गयी. राजधानी रांची और उसके सटे इलाकों के लिए जिन प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास उन्होंने किया है, उनमें रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर की लागत 534 करोड़ रुपये है. रामपुर-शहरबेड़ा सड़क की लागत 803 करोड़ रुपये की है. पिस्का आरओबी की लागत 108 करोड़ रुपये है. पलमा से गुमला फोरलेन सड़क की लागत 1564 करोड़ रुपये है.

रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर

लागत : 534 करोड़ रुपये

रातू रोड में एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण करीब 534 करोड़ की लागत से कराया जायेगा. कंपनी का चयन हो चुका है. कचहरी चौक के ठीक पहले से शुरू होकर यह पिस्का मोड़ तक बनेगा. पिस्का मोड़ से दो हिस्सों में इसका निर्माण होगा. एक हिस्सा एनएच-23 यानी इटकी रोड पर करीब 400 मीटर तक आगे तक जायेगा. वहीं, पंडरा रोड पर हेहल डाकघर के पास तक इसे बनाया जायेगा. इसका निर्माण इस तरह होगा कि जिसे मेन रोड, कचहरी आदि इलाके में जाना हो, तो वह सीधे या तो पंडरा रोड या फिर इटकी रोड से एलिवेटेड कॉरिडोर पर चढ़ जायेगा, फिर सीधे जाकिर हुसैन पार्क के पास उतरेगा.

रामपुर-शहरबेड़ा सड़क

लागत : 803 करोड़ रुपये

रांची-टाटा मार्ग (एनएच-33) पर सफर करना लोगों के लिए अब और भी आसान व सुरक्षित हो जायेगा. केंद्र प्रायोजित इस सड़क को एनएचएआइ ने रांची शहर के थोड़ा आगे नामकुम (रामपुर) से चौका और चौका से शहरबेड़ा सड़क को फोरलेन कर दिया गया है. अब बुंडू, तमाड़ आदि क्षेत्रों में चौड़ी सड़क दिख रही है. दुर्घटनाएं कम हुई हैं. यात्रा सुगम हुई है. रामपुर से चौका तक की सड़क को 519 करोड़ रुपये और चौका से शहरबेड़ा तक की सड़क को 284 करोड़ रुपये की लागत से फोरलेन बना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को इस सड़क का लोकार्पण किया.

पलमा से गुमला फोरलेन

लागत : 1564 करोड़

राजधानी रांची से गुमला की कनेक्टिविटी लगातार बनी हुई है. बड़ी संख्या में लोगों का रांची-गुमला के बीच मूवमेंट होता है. ऐसे में एनएचएआइ पलमा (बेड़ो) से गुमला तक की सड़क को फोर लेन कर रहा है. देवघर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने इसका भी शिलान्यास किया. इस योजना पर करीब 1564 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं. अभी रांची से पलमा फोरलेन सड़क है. अब पलमा से गुमला तक फोरलेन सड़क बन जायेगी, जिससे रांची से गुमला के बीच आवागमन आसान हो जायेगा.

पिस्का आरओबी

लागत : 108 करोड़

25 साल पहले एनएच-23 पर पिस्का आरओबी निर्माण की बात उठी थी. यहां से लोहरदगा जानेवाली छोटी लाइन गुजरती है. ऐसे में यहां आरओबी बनाने के लिए आगे बढ़ा गया. इसके लिए संरचना भी खड़ी हुई, फिर काम रुक गया. राज्य गठन के बाद भी इसके निर्माण की जरूरत महसूस की गयी लेकिन, नहीं बन सका. अब जाकर एनएचएआइ की पहल के बाद इसे स्वीकृति मिली है. इसके काम के लिए कंपनी का भी चयन हो गया है. करीब 108 करोड़ में इसे बनाना होगा. यह भी फोरलेन का आरओबी होगा.

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