रांची : काेरोना संक्रमण के बीच विधानसभा का मानसून सत्र (monsoon session) 18 सितंबर से शुरू होगा़ तीन दिवसीय इस सत्र में विवादों से घिरा झारखंड लैंड म्यूटेशन बिल (Jharkhand Land Mutation Bill) सदन में आया, तो पक्ष-विपक्ष की सरकार के साथ किचकिच हो सकती है़ भाजपा (BJP) ने इस बिल का विरोध करने का फैसला किया है, वहीं सत्ता पक्ष के भी विधायक इसके खिलाफ है़ं 17 सितंबर को कांग्रेस (Congress) विधायक दल की बैठक बुलायी है़ इस बैठक में कांग्रेस इस बिल को लेकर आगे की रणनीति तय करेगी़ इस मुद्दे पर कांग्रेस के मंत्री मुख्यमंत्री से बात करेंगे़
इधर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा है कि पार्टी लाइन पर भी सोचना होगा़ सरकार अपनी जगह है़ विधायकाें से इस बिल पर उनकी राय जानेंगे़ इसके बाद पार्टी आगे विचार करेगी़ उन्होंने कहा कि राज्य भर से इसके विरोध की सूचना मिल रही है़ कई लोगों ने संपर्क किया है़ उनके विरोध का भी कारण जानना जरूरी है़ इधर तीन दिनों के सत्र के पहले दिन सरकार अनुपूरक बजट पेश करेगी़ 21 और 22 सितंबर को पहली पाली में प्रश्नकाल भी चलेगा़ वहीं इस सत्र में सरकार पांच विधेयक सभापटल पर रख सकती है़
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पहले दिन अनुपूरक,
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दोदिन चलेगा प्रश्नकाल
राज्य भर में इस बिल का विरोध हो रहा है़ इसे देखने की जरूरत है़ पार्टी विधायकों से इस मुद्दे पर चर्चा होगी़ पार्टी लाइन पर भी सोचना होगा़
– रामेश्वर उरांव
लैंड म्यूटेशन बिल काला कानून है़ यह गरीबों रैयतों का अधिकार का हनन करेगा़ इसके जनविरोधी प्रावधान को हटाना होगा़ विधानसभा में यह बिल आया, तो निश्चित रूप से विरोध करेंगे़ किसी कीमत में इस तरह के कानून को पारित नहीं होने दिया जायेगा़
– बंधु तिर्की, मांडर विधायक
आम आदमी के अधिकार का हनन करने वाले प्रावधान को हटा दिया जाना चाहिए़ जिस तरह की चर्चा इस बिल को लेकर है, तो नि:संदेह वह प्रावधान जनविरोधी है़ बिल अभी देखा नहीं है़ लेकिन कोई भी इस तरह का मसला आयेगा, तो विरोध होगा़
– विनोद सिंह, माले विधायक
यह सदन का मामला है़ बिल सदन में आने और उसके अध्ययन के बाद ही इस विचार दिया जाना सही होगा़ बिल में कोई प्रावधान जन विरोधी या अनुकूल नहीं है, तो उसमें संशोधन लाने का प्रावधान है़
– सरयू राय, निर्दलीय विधायक
कार्यवाही के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हो : अंबा प्रसाद : कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिख कर विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की व्यवस्था कराने का आग्रह किया है. पत्र में कहा गया है कि रिम्स में कोरोना का इलाज कराने के बाद वे 14 दिनों के लिए होम कोरेंटिंन में हैं. इस वजह से वे 18 सितंबर से आहूत मानसून सत्र में शामिल नहीं हो सकती हैं.
उन्होंने कहा कि उनके अलावा कई अन्य विधायक भी कोरोना पॉजिटिव हैं या कोरेंटिन में हैं, जिसकी वजह से वे भी विधान सभा में उपस्थित नहीं हो पायेंगे. कई महीनों के बाद विधानसभा का सत्र शुरु हो रहा है. विधायकों को अपने क्षेत्र की ज्वलंत समस्याओं को विधानसभा में रखना है.
post by : Pritish Sahay