रांची : निर्दलीय विधायक सरयू राय ने विधानसभा में बजट सत्र के दौरान एक सवाल पूछा, सवाल कंपनी ग्लोबल इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ा था. इस सवाल में नाम आया पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का. बादल पत्रलेख ने सवाल का जवाब देते हुए कहा, सभी सदस्यों की राय है कि मामले की जांच हो, इसलिए मामले की जांच के लिए विधानसभा की एक समिति गठित की जायेगी.
विधायक प्रदीप यादव ने सवाल का जिक्र करते हुए विधानसभा में कहा, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का इस पूरे मामले से रिश्ता है इसकी जांच होनी चाहिए.
क्या है मामला
विधानसभा के बजट सत्र में आज सरयू राय ने पथ निर्माण विभाग से संबंधित एक सवाल पूछा, हंटरगंज-पांडेपुर-प्रतापपुर पथ के चौड़ीकरण का काम ग्लोबल इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को दिया था जबकि इस कंपनी को 13 जनवरी 2017 को इंडियन कंपनी रजिस्ट्रेशन एक्ट के तहत इस कंपनी को पंजीकृत होने का कार्य अनुभव ही नहीं है.
सरयू ने कहा, प्रभावशाली वयक्ति का है हाथ
सरयू राय ने इस कंपनी का जिक्र करते हुए कहा, कंपनी का संबंध एक बहुत ही प्रभावशाली व्यक्ति से है, ये कंपनी सिर्फ पथ निर्माण विभाग में ही नहीं, बल्कि कई अन्य विभागों में भी काम रही है. कंपनी छत्तीसगढ़ की है. इसी कंपनी का रायपुर में एक शानदार होटल भी है. इसी होटल में उस प्रभावशाली व्यक्ति के बेटे की शादी भी हुई थी. सरयू ने पूरे मामले की एसीबी से जांच की मांग की है.
सरयू राय के इस सवाल का जवाब देते हुए बादल पत्रलेख ने कहा, यह मामला हाईकोर्ट में है. इस कंपनी को काम पूर्व महाधिवक्ता अजित कुमार की सलाह पर दिया गया था. इसलिए फिलहाल हाइकोर्ट का निर्णय आने तक जांच नहीं करायी जा सकती.
पत्रलेख के इस जवाब के बाद सरयू राय ने कहा, पूर्व महाधिवक्ता के कई सवाल विवादों में है. तीन लोगों का नेटरवर्क है जो एक दूसरे की सलाह लेकर अनियमितता को अंजाम देते रहते हैं. सरयू के समर्थन में विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की भी आये.
विधायक बंधु तिर्की ने कहा मेरा भी एक मामला हाईकोर्ट में लंबित था, इसके बावजूद रघुवर सरकार ने एसआईटी बनाकर जांच करायी थी फिर इस माले की जांच क्यों नहीं करायी जा सकती है. प्रदीप यादव ने कहा, बिना देरी के इस मामले की जांच की जानी चाहिए क्योंकि जिस प्रभावशाली व्यक्ति का जिक्र हो रहा है वह पूर्व सीएम रघुवर दास हैं.
उन्हें के बेटे की शादी कंपनी के होटल क्लार्क में हुई थी. इसकी जांच की जानी चाहिए. दूसरी तऱफ भारतीय जनतदा पार्टी के विधायक ने सदन में जोरदार हंगामा किया. भाजपा विधायकों ने कहा, एक सवाल पर इतना समय नहीं दिया जाना चाहिए. बादल पत्रलेख ने कहा कि सरकार किसी भी मामले में बदले की भावना से काम नहीं करना चाहती. लेकिन सभी सदस्यों की राय है कि मामले की जांच हो, इसलिए मामले की जांच के लिए विधानसभा की एक समिति गठित की जायेगी.