Ranchi News: विधानसभा भवन में नमाज अदा करने के लिए कमरा आवंटित किये जाने पर भाजपा विधायकों की ओर से उठाये गये सवाल पर झामुमो ने आपत्ति जतायी है. पार्टी के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा विधायक गंदी मानसिकता का परिचय दे रहे हैं. वे धर्म के नाम पर समाज को बांटना चाहते हैं. भाजपा विधायकों की ओर से सांप्रदायिकता के नाम पर लोगों के लड़ाने का प्रयास किया जा रहा है, यह सही नहीं है.
अगर भाजपा के लोगों को प्रार्थना के लिए जगह सुनिश्चित कराना है, तो विधानसभाध्यक्ष से आग्रह करें. विधानसभा में पर्याप्त जगह है. उन्हें भी जगह मिलेगी, लेकिन इसकी आड़ में ओछी राजनीति बंद करनी चाहिए. शनिवार को पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री भट्टाचार्य ने कहा कि संविधान में धर्म निरपेक्षता व धर्म की स्वतंत्रता का प्रावधान किया गया है.
इसी के तहत प्रार्थना के लिए लोकसभा सहित सभी विधानसभाओं में अलग जगह चिह्नित की गयी है. झारखंड विधानसभा के पुराने भवन में भी इसके लिए जगह आवंटित थी. अब नये विधानसभा में जगह चिह्नित की गयी है.
झामुमो महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने विधानसभा में शोक प्रकाश के दौरान भाजपा विधायकों की ओर से किये गये हंगामे पर आपत्ति जतायी. उन्होंने कहा कि विधानसभा में भाजपा ने काला इतिहास लिखने का काम किया है. अपने आचरण से राज्य की जनता को शर्मशार करने का काम किया है. इसकी जितनी भी निंदा की जाये, कम होगी. भाजपा विधायकों को अपने कृत्य के लिए विधानसभा पटल पर माफी मांगनी चाहिए. अगर इनकी ओर से ऐसा नहीं किया जाता है, तो स्पीकर को इनके खिलाफ सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई करनी चाहिए.
पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने कहा कि वर्ष 2000 में जब पहली बार झारखंड सरकार का गठन हुआ, तब तत्कालीन स्पीकर इंदर सिंह नामधारी व तत्कालीन मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की सहमति से विधानसभा में काम करने वाले मुस्लिमकर्मियों के नमाज के लिए कमरा आवंटित किया गया था. उस वक्त धर्म, मस्जिद या नमाज पढ़ना ये सब से कोई विवाद नहीं था. अब इस पर सवाल उठाये जा रहे हैं. श्री अंसारी ने कहा कि नमाज पढ़ने का मतलब यह नहीं कि वह जगह इबादतगाह बन गया. नमाज लोग साफ-सुथरी जगह व मैदान में भी पढ़ लेते हैं. नमाज के लिए एक कमरा अगर मिल गया, तो कौन सी बड़ी बात हो गयी.
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि मुद्दा विहीन भाजपा संवैधानिक संस्थाओं को तार-तार करती चली आ रही है. भाजपा मुद्दों से भटकाने के लिए धर्म के नाम पर राजनीति बंद करे. नमाज के लिए अलग कमरा आवंटित करने की परंपरा बिहार के जमाने से कायम है.
विधानसभा भवन में नमाज अदा करने के लिए कमरा आवंटित किये जाने पर भाजपा ने सरकार और विधानसभाध्यक्ष पर तुष्टिकरण की राजनीति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. पूर्व मंत्री सह विधायक सीपी सिंह ने कहा कि विधानसभा लोकतंत्र की मंदिर है.
इसके बावजूद मौजूदा सरकार एक विशेष समुदाय को ध्यान में रखते हुए तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री सिंह ने कहा कि नमाज का विरोध नहीं, स्पीकर मंदिर के लिए भी स्थान आवंटित करें. एक विशेष समुदाय के वोट बैंक के लिए तुष्टिकरण करना लोकतंत्र की हत्या के समान है.
भाजपा विधायक व विधानसभा में विरोधी दल के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने स्पीकर को पत्र लिख कर नमाज के लिए कमरा आवंटित करने के आदेश को निरस्त करने का आग्रह किया है. पत्र में कहा है कि अगर यह आदेश वापस नहीं लिया गया, तो वे न्यायालय का दरवाजा खटखटाने को बाध्य होंगे. भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है. इसकी मूल अवधारणा पंथनिरपेक्षता है. किसी धर्म विशेष के लिए इसमें विशेषाधिकार का कोई स्थान नहीं है. ऐसे में आदेश को वापस लिया जाये.
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी नमाज के लिए विधानसभा में कमरा आवंटित करने पर आपत्ति जतायी है. उन्होंने कहा कि यदि विधानसभा में नमाज के लिए अलग कमरे का आवंटन का निर्णय वापस नहीं लिया गया, तो भाजपा आंदोलन करेगी. वे खुद विधानसभा के बाहर धरना पर बैठेंगे. सरकार में शामिल विधायक खुलेआम तालिबान का समर्थन करते हैं. हेमंत सरकार तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति के लिए संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा तार-तार कर रही है. यह झारखंड के लिए शुभ संकेत नहीं है.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने विधानसभा भवन में नमाज कक्ष आवंटित किये जाने पर ऐतराज जताया है. उन्होंने कहा कि पार्टी किसी की धार्मिक भावना को आहत करने की मंशा नहीं रखती है. भाजपा सर्व धर्म समभाव की पक्षधर है, परंतु हम लोकतांत्रिक प्रणाली में तुष्टिकरण की राजनीति का विरोध करते हैं. राज्य सरकार की मंशा केवल और केवल तुष्टिकरण की है. सरकार विकास छोड़ वोट बैंक की राजनीति पर उतर आयी है. सारे निर्णय तुष्टिकरण के हिसाब से लिये जा रहे हैं. विधानसभाध्यक्ष ने सरकार के इशारे पर असंवैधानिक निर्णय लेकर लोकतंत्र की मर्यादा को चोट पहुंचायी है. पार्टी नमाज कक्ष के खिलाफ सड़क से सदन तक आंदोलन करेगी.
Posted by: Pritish Sahay