रांची/उधवा (साहिबगंज): साहिबगंज और पाकुड़ में रविवार को वज्रपात से छह बच्चों की मौत हो गयी, जबकि दो बच्चे और एक व्यक्ति गंभीर रूप से झुलस गये. इधर, मौसम विज्ञान केंद्र ने एक से तीन मई तक राज्य के अलग-अलग हिस्सों में गर्जन और वज्रपात की चेतावनी दी है. इस दौरान हवा की गति 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है. मौसम विज्ञान केंद्र ने एक मई के लिए चेतावनी और ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है. जबकि दो और तीन मई के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है. तीन मई के बाद गर्मी बढ़ सकती है. इस दौराना बादल छाये रहेंगे.
अचानक आंधी व बारिश के बाद वज्रपात का कहर
साहिबगंज में ठनका गिरेन की घटना राधानगर थाना क्षेत्र के पश्चिमी उधवा के बाबूटोला आम बगान में हुई. इस घटना में चार बच्चों की मौत हो गयी. इनमें बाबूटोला निवासी हुमायूं शेख की बेटी आयशा खातून (14) और बेटा नजरूल शेख (10), मेहबूब शेख का बेटा तौकीर शेख (12) और असराफुल शेख का बेटा जहीद शेख (10) शामिल हैं. वहीं, हुमायूं शेख की एक और बच्ची नसतरा खातून (8) घायल है. उसका इलाज राजमहल अनुमंडल अस्पताल में चल रहा है. बताया जा रहा है कि रविवार दोपहर अचानक आंधी व बारिश शुरू हो गयी. इस दौरान ये पांचों बच्चे आम चुनने के लिए बगान पहुंचे थे. इसी बीच बारिश तेज हो गयी. पांचों बच्चे बारिश से बचने के लिए एक आम के पेड़ के नीचे खड़े हो गयी. इसी दौरान तेज गर्जन के साथ ठनका उस आम पेड़ के पास गिर गया, जिससे घटनास्थल पर ही चार बच्चों की मौत हो गयी.
महेशपुर और हिरणपुर में दो किशोरों की मौत, दो घायल
उधर, महेशपुर थाना क्षेत्र के अभुवा-सिरीशतल्ला में ठनका गिरने से पाकुड़िया थाना क्षेत्र के धोलकट्टा गांव निवासी हैकेन हांसदा (16) की मौत हो गयी. वहीं, पाकुड़िया निवासी नोलेश हांसदा (12) और अभुवा-सिरीशतल्ला निवासी फिलीप मरांडी (36) बुरी तरह से झुलस गये. उधर, हिरणपुर थाना क्षेत्र के बीरग्राम में रविवार दोपहर को ठनका गिरने से एक 13 वर्षीय बच्चे की मौत हो गयी.
राजधानी में भी वज्रपात और ओलावृष्टि की की चेतावनी
मौसम विज्ञान केंद्र ने एक मई के लिए राजधानी के कई इलाकों में वज्रपात और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है. मौसम केंद्र के अनुसार, इस दौरान छत, वाहन और अन्य संपत्ति को नुकसान हो सकता है. मौसम की स्थिति देखते हुए किसान अपनी फसलों को ढंकने पर विचार भी कर सकते हैं.
गर्जन और वज्रपात हो तो बरतें एहतियात
गर्जन और वज्रपात के दौरान इलेक्ट्रॉनिक उपकरण या लैंडलाइन फोन का उपयोग करने से बचें. वज्रपात बिजली के तार के माध्यम से भी रास्ता तय करती है. पेड़ के नीचे नहीं रहें. आंधी के दौरान खिड़कियों से दूर रहें. बिजली के तार के नीचे नहीं खड़ा रहें.