आज भी झारखंड के इन इलाकों में भारी बारिश के आसार, रांची के कई जगहों पर जलजमाव की स्थिति
संताल परगना के कई जिलों में गुरुवार को कहीं-कही भारी बारिश का अनुमान है. मौसम केंद्र ने पूर्वानुमान किया है कि इसका असर मध्य झारखंड में भी पड़ सकता है. बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के कारण मौसम का यह हाल है
रांची : राजधानी के मौसम का मिजाज बुधवार को भी बदला रहा. राजधानी में कई इलाकों में रुक-रुक कर बारिश होती रही. इसका असर जनजीवन पर भी दिखा. आज भी राजधानी के कई इलाकों में पानी जमा हुआ है. नालियां सड़क पर बह रही हैं. पिछले चार दिनों में राजधानी में 140 मिमी से अधिक बारिश हो गयी है. यह सामान्य से करीब एक हजार फीसदी अधिक है. चार दिनों में राजधानी में समान्यत: 14 मिमी बारिश होनी चाहिए थी. पिछले 24 घंटे में राजधानी में करीब 62 मिमी बारिश हुई है. मौसम केंद्र का पूर्वानुमान है कि निम्न दबाव का अधिक असर गुरुवार को संताल परगना के हिस्सों में रहेगा. राजधानी और आसपास में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश भी हो सकती है.
संताल में भारी बारिश का अनुमान :
संताल परगना के कई जिलों में गुरुवार को कहीं-कही भारी बारिश का अनुमान है. मौसम केंद्र ने पूर्वानुमान किया है कि इसका असर मध्य झारखंड में भी पड़ सकता है. बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के कारण मौसम का यह हाल है. सात अक्तूबर से झारखंड में बारिश को लेकर कोई अलर्ट नहीं है. कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है. बुधवार को भी निम्न दबाव का असर पूरे झारखंड में रहा. पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक बारिश कोल्हान के मुसाबनी में हुई. यहां करीब 100 मिमी बारिश हुई. संताल के कई जिलों के साथ-साथ लातेहार के आसपास भी कहीं-कहीं भारी बारिश हुई.
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लगातार बारिश के बीच सड़क पर गिरा पेड़, कई हुए चोटिल
रांची. राजधानी में लगातार बारिश के बीच बुधवार को कोकर-बूटी मोड़ के बीच एनएच-33 मुख्य सड़क पर एक विशाल पेड़ अचानक गिर गया. जिससे दीपाटोली में सड़क किनारे फुटपाथ पर सब्जी लगाने वाले कई लोग इसकी चपेट में आकर चोटिल हो गये. हादसे में एक महिला को ज्यादा चोटें आयीं, जिसके बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. बीच सड़क पर पेड़ गिरने से बिजली का खंभा और तार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये. हादसे के बाद मची अफरा-तफरी के बीच आवागमन घंटों तक बाधित रहा.
हादसे के बाद वाहनों की लगी लंबी कतार :
इधर हादसे के बाद सड़क की दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. घटना के संबंध में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जिस समय पुराना पीपल का पेड़ गिर रहा था, उससे एक सेकेंड पहले एक ऑटो वहां से गुजर रहा था. इसके अलावा कई दोपहिया वाहन भी वहां से गुजर रहे थे. लेकिन गनीमत रहा कि घटना में कोई यात्री हताहत नहीं हुआ. मौके पर बड़गाईं सीओ मनोज कुमार ने भी पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और ट्रैक्टर का प्रबंध कर मलबे को हादसे की जगह से हटाया. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस रास्ते के किनारे कई पुराने दरख्त हैं. डिवाइडर बनने के बाद सड़कें काफी संकरी हो गयी हैं.
इलाके में तीन घंटे बाद आयी बिजली :
पेड़ की डालियां गिरने से तार टूटने के चलते कोकर 33 केवी पीएसएस से जुड़े बांधगाड़ी, दीपाटोली इलाके में अपराह्न तीन बजे से शाम छह बजे तक बिजली बाधित रही. हालांकि आरएमसीएच इलाके के सहायक अभियंता सहित बिजली विभाग की पूरी टीम ने युद्धस्तर पर काम कर आपूर्ति सामान्य बनाने में मदद की.
वार्ड पार्षद और स्थानीय लोगों ने दिखाई तत्परता :
इधर, हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना वार्ड पार्षद को दी. सूचना मिलने के बाद वार्ड पार्षद और बांधगाड़ी पूजा समिति से जुड़े पदाधिकारी तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे और वस्तुस्थिति की जानकारी ली. इसके बाद उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी घटना की जानकारी दी और राहत कार्य चलाया.