Jharkhand Weather Forecast: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने मौजूदा साल के लिए मॉनसून पूर्वानुमान जारी किया है. यह पहले चरण का है. विभाग मॉनसून से पहले तीन चरण का पूर्वानुमान जारी करता है. इसके अनुसार, देश में इस बार सामान्य से करीब 96 फीसदी के आसपास बारिश का अनुमान है. देश में औसतन 870 मिमी के आसपास बारिश होती है. इस बार इसके 830 मिमी के आसपास होने का अनुमान है.
वहीं, झारखंड में भी सामान्य बारिश होने की उम्मीद जतायी गयी है. मौसम केंद्र के पूर्वानुमान के मुताबिक, राज्य के कुछ शहरों में सामान्य या उससे अधिक भी बारिश हो सकती है. संताल परगना के कुछ जिलों में सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान है. राज्य में मॉनसून के दौरान करीब 1200 से 1300 मिमी की बारिश होती है.
मौसम केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद के अनुसार झारखंड में सामान्य बारिश होने का अनुमान है. मई में जारी होनेवाले दूसरे चरण के पूर्वानुमान में और सटीक आकलन हो सकेगा. देश में मॉनसून के सामान्य होने के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं. ‘अल नीनो’ जून और जुलाई में एक्टिव हो सकता है. इसका अनुकूल असर मॉनसून पर पड़ सकता है. उत्तरी गोलार्द्ध के बर्फीले इलाके में इस वर्ष बर्फ कम जमी है. इसका अनुकूल असर रहता है.
मौसम केंद्र का पूर्वानुमान है कि 13 अप्रैल को राज्य में कहीं-कहीं आंशिक बादल छाये रह सकते हैं. अगले कुछ दिनों तक तापमान लगातार बढ़ने का अनुमान है. इससे स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है. मौसम केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद के अनुसार मंगलवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. डालटनगंज का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पार चला गया है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक एम महापात्रा ने बताया कि बारिश के सामान्य से ज्यादा होने की 67 फीसदी संभावना है. पूर्वानुमान कृषि क्षेत्र के लिए राहत की खबर है. गौरतलब है कि निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ‘स्काईमेट वेदर’ सोमवार को देश में मॉनसून में सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान जताया था.
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868.6 मिमी बारिश मानी जाती है सामान्य : देश में 868.6 मिमी बारिश को सामान्य बारिश माना जाता है. पिछले साल आइएमडी ने सामान्य दक्षिण-पश्चिम मॉनसून का पैमाने में कमी करते हुए इसे 868.6 मिमी पर तय किया है. पहले 880.6 मिमी बारिश को सामान्य माना जाता था. उल्लेखनीय है कि पिछले चार साल से लगातार सामान्य से अधिक बारिश मॉनसून में होती रही है. बीते वर्ष 2022 में 924.8 मिलीमीटर बारिश पूरे देश में रिकॉर्ड की गयी थी.
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम रविचंद्रन ने बताया कि भारत में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के मौसम के दौरान सामान्य बारिश देखने को मिलेगी. मॉनसून इस बार 96 फीसदी (पांच फीसदी की त्रुटि मार्जिन के साथ) रहेगा और देश में इस बार 87 सेमी की लंबी अवधि बारिश होगी.