नए साल पर झारखंड के रांची, जमशेदपुर, धनबाद व देवघर में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज, कब हैं बारिश के आसार?
नववर्ष यानी 1 जनवरी 2024 की सुबह में मध्यम दर्जे का कोहरा और बाद में आंशिक बादल छाए रहेंगे. मौसम शुष्क रहेगा. दो से पांच जनवरी को झारखंड में बारिश होने की संभावना जतायी गयी है.
रांची: झारखंड में पांच जनवरी तक बारिश के आसार हैं. दो, तीन, चार व पांच जनवरी 2024 को राज्य में बारिश की संभावना जतायी गयी है. मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में बताया है कि 31 दिसंबर की सुबह में मध्यम दर्जे का कोहरा और बाद में आसमान मुख्यत: साफ रहेगा. मौसम शुष्क रहेगा. घने कोहरे को लेकर मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है. नववर्ष यानी 1 जनवरी 2024 की सुबह में मध्यम दर्जे का कोहरा और बाद में आंशिक बादल छाए रहेंगे. मौसम शुष्क रहेगा.
घने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है. इसके अनुसार 31 दिसंबर को राज्य के पश्चिमी, निकटवर्ती मध्य एवं दक्षिणी भागों में कहीं-कहीं घना कोहरा देखा जा सकता है. दो जनवरी को उत्तर पश्चिमी एवं मध्य भागों में हल्के दर्जे की बारिश हो सकती है. तीन जनवरी को उत्तर पश्चिमी, मध्य एवं दक्षिणी भागों में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है. चार व पांच जनवरी को झारखंड में बारिश होने की संभावना है.
सुबह में रहेगा कोहरा
झारखंड में इन दिनों न्यूनतम तापमान 11 से 14 डिग्री सेल्सियस रह रहा है. यह सामान्य से दो से चार डिग्री अधिक है. झारखंड में दिसंबर माह में दिन में गर्मी से मौसम वैज्ञानिक भी चिंतित हैं. 31 दिसंबर की सुबह में कोहरा छाया रहेगा व दिन में मौसम शुष्क रहेगा. हालांकि, शाम में ठंड बढ़ेगी.
रांची में गरज के साथ बारिश के आसार
मौसम विज्ञान केंद्र ने पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण एक जनवरी की शाम पलामू सहित झारखंड के पश्चिमी इलाके में हल्के व मध्यम दर्जे की बारिश होने का अनुमान लगाया है. पलामू से चला यह बादल दो जनवरी की शाम तक रांची व आसपास के इलाके में छा जाएगा. इससे रांची के कई इलाकों में गर्जन के साथ हल्की बारिश हो सकती है. तीन व चार जनवरी को झारखंड में हल्के दर्ज की बारिश हो सकती है.
मौसम वैज्ञानिक ने की ये अपील
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार बारिश के कारण पूरे राज्य में सुबह से ही घना कोहरा छाया रहेगा. लोगों से खास कर वाहन चालकों को कोहरा रहने की स्थिति में सावधानी बरतने की सलाह दी गयी है. घना कोहरा मुख्य रूप से मैदानी इलाके, जंगली इलाके, हाइवे व इसके आसपास के क्षेत्र, ग्रामीण इलाके में ज्यादा रहने की संभावना है.
Also Read: झारखंड के एक गांव का नाम सुनते ही हंस पड़ेंगे आप, ग्रामीणों को भी बताने में आती है काफी शर्म