रांची: झारखंड के लोगों को अगले कुछ दिनों तक भीषण गर्मी से राहत मिलने की संभावना है. मौसम विभाग रांची के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, पहला साइक्लोनिक सर्कुलेशन का क्षेत्र पूर्व-पश्चिम मध्यप्रदेश से उत्तर-पूर्व झारखंड तक तथा दूसरा साइक्लोनिक सर्कुलेशन का क्षेत्र उत्तर-दक्षिण मध्यप्रदेश से उत्तर-पूर्व झारखंड तक बना है.
इससे उत्तर-पूर्व झारखंड में 14 मई से हल्की बारिश होने की संभावना है. ऐसा दो से तीन दिनों तक रहने की उम्मीद है. श्री आनंद ने कहा है कि अगले तीन-चार दिनों में रांची व आसपास के इलाके में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की व़द्धि होगी.
रांची में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. यह गुरुवार की तुलना में तीन डिग्री सेल्सियस अधिक है. वहीं, शुक्रवार को मेदिनीनगर का अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. इधर, शुक्रवार को हजारीबाग में 23 मिमी बारिश हुई.
श्री आनंद के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के 15 मई के बाद दक्षिण अंडमान-निकोबार से बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की संभावना है. इसका असर झारखंड पर भी पड़ेगा. फलस्वरूप 16 से आकाश में बादल छाये रहेंगे, जबकि 17 व 18 मई को झारखंड के दक्षिणी-पूर्वी भाग में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा के साथ बारिश हो सकती है. इससे अधिकतम तापमान में कमी आने की संभावना है.
केरल में मॉनसून का पूर्वानुमान
वर्ष वास्तविक आरंभ पूर्वानुमान
की तिथि की तिथि
2018 29 मई 29 मई
2019 आठ जून छह जून
2020 एक जून पांच जून
2021 तीन जून 31 मई
आसनी के बाद अब चक्रवाती तूफान करीम आनेवाला है. इस तूफान को नाम पूर्वी अफ्रीकी देश सेशेल्स ने दिया है. इसकी गति 112 से 140 किमी प्रति घंटा आंकी गयी है. मौसम विभाग ने फिलहाल यह स्पष्ट नहीं किया है कि यह चक्रवाती तूफान कब तक प्रवेश करेगा और इसका वास्तविक रूट क्या होगा. हालांकि संभावना जतायी जा रही है कि करीम बंगाल की खाड़ी की तरफ आयेगा. इसका असर झारखंड पर भी पड़ सकता है.
दक्षिण पश्चिमी माॅनसून 27 मई तक केरल में वर्षा की पहली फुहार ला सकता है. केरल में माॅनसून का आगमन अमूमन एक जून को होता है. मौसम विभाग ने कहा कि इस साल केरल में माॅनसून का आगमन समय से पहले हो सकता है.
Posted By: Sameer Oraon