झारखंड में मौसम का प्रेशर लो दुर्गा पूजा की तैयारी स्लो, बारिश थमने का इंतजार कर रहे कारीगर और मूर्तिकार
बारिश के कारण पंडाल निर्माण का काम रुक गया है. कारीगर मौसम के खुलने का इंतजार कर रहे हैं. बारिश में बांस गीले हो गये हैं. कपड़ा, फाइबर आदि खराब होने के डर से काम नहीं हो रहा है.
Heavy rain in Ranchi: दुर्गोत्सव का काउंट डाउन चल रहा है. 14 अक्टूबर को महालया के साथ ही मां दुर्गा की पूजा-अर्चना शुरू हो जायेगी. इधर, राजधानी में लगातार हो रही बारिश ने दुर्गोत्सव की तैयारी पर रोक लगा दी है. पंडाल बनानेवाले कारीगर हों या प्रतिमा गढ़ रहे मूर्तिकार हर कोई परेशान है. सभी को चिंता सताने लगी है कि एक-दो दिन में बारिश नहीं थमी, तो मुश्किलें बढ़ जायेंगी. अभी बारिश के कारण पंडाल निर्माण का काम रुक गया है. कारीगर मौसम के खुलने का इंतजार कर रहे हैं. बारिश में बांस गीले हो गये हैं. कपड़ा, फाइबर आदि खराब होने के डर से काम नहीं हो रहा है. जैसे ही थोड़ी बारिश रुक रही है, कारीगर काम में जुट रहे हैं. अभी पंडाल के अंदरूनी भाग का काम चल रहा है, ताकि समय पर पंडाल निर्माण पूरा हो जाये. इधर मूर्तिकार भी प्रतिमाओं को नमी से बचाने के लिए ब्लोअर का इस्तेमाल कर रहे हैं. कहीं-कहीं हैलोजन की व्यवस्था की गयी है.
बारिश में मूर्तियों का रख-रखाव बन गयी है बड़ी चुनौती
मूर्तिकार मां दुर्गे की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं. लेकिन बारिश ने मूर्तिकारों की परेशानी बढ़ा दी है. लगातार हो रही बारिश के बीच मूर्तिकार किसी तरह प्रतिमा को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं. वरिष्ठ मूर्तिकार रामबाबू पाल बताते हैं कि बारिश के कारण मूर्तियों में नमी आने का डर है. इसलिए हैलोजन लगाकर नमी को नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है. बारिश में मूर्तियों का रख-रखाव बड़ी चुनौती है.
विश्वास है कि कार्य प्रभावित नहीं होगा : अजय पाल
प्रसिद्ध मूर्तिकार अजय पाल कहते हैं कि यह समय मूर्तियों को अंतिम रूप देने का है. लेकिन भारी बारिश के कारण मूर्तिकारों की परेशानी काफी बढ़ गयी है. प्रतिमाओं को नमी से बचाने के लिए ब्लोअर का इस्तेमाल किया जा रहा है. एक-दो ऐसी ही स्थिति रही, मुश्किलें बढ़ जायेंगी. फिर भी काम जोरों पर चल रहा है. भगवान पर भरोसा है.
हर हाल में पूरा करना है ऑर्डर : माधवी पाल
शहर के प्रसिद्ध मूर्तिकार स्व बाबू पाल की पत्नी माधवी पाल अब श्री आर्ट का संचालन कर रही हैं. उन्होंने कहा कि लगातार हो रही बारिश से मुश्किल काफी बढ़ गयी है. हैलोजन लगा कर मूर्तियों को सुखाना पड़ रहा है. अब समय कम बचा है, इसलिए काम को किसी तरह पूरा करना है. सभी ऑर्डर को हर हाल में पूरा करना है.
कीचड़ से राहत के लिए लगाये जा रहे पेबल ब्लॉक
राजधानी की विभिन्न पूजा समितियों ने पंडाल परिसर में मेला और खाद्य सामग्रियों के स्टॉल के लिए जगह आवंटित कर दिया है. लेकिन लगातार हो रही बारिश से स्टॉल धारक चिंतित दिख रहे हैं. इधर पूजा समितियों ने रांची नगर निगम को पत्र लिखकर कीचड़ से निजात दिलाने की मांग की है. भारतीय नवयुवक संघ बकरी बाजार के अध्यक्ष अशोक चौधरी ने बताया कि स्टॉल वाले इलाके में रांची नगर निगम के सहयोग से पेबल ब्लॉक लगाया जा रहा है. इससे स्टॉल धारकों को राहत मिलेगी. ग्राहक भी हाइजेनिक जगह पर खाद्य सामग्रियों का स्वाद ले सकेंगे. वहीं रांची रेलवे स्टेशन दुर्गा पूजा समिति, बांधगाड़ी, आरआर स्पोर्टिंग, महाशक्ति दुर्गा पूजा समिति बूटी मोड़, पंच मंदिर हरमू, श्यामली कॉलोनी दुर्गा पूजा समिति की तरफ से भी स्टॉल धारकों को कीचड़ से राहत देने के लिए मोरम और डस्ट गिराया जा रहा है.
इस बार भी झूले करेंगे रोमांचित
इस वर्ष भी दुर्गाोत्सव में राजधानीवासी मेले का आनंद लेंगे. बकरी बाजार में तीन बड़े झूले लगाये जा रहे हैं. साथ ही मौत का कुआं, ब्रेक डांस, नाव झूला व छोटे बच्चों के लिए कई टॉय झूले आकर्षण के केंद्र होंगे. साथ ही पंच मंदिर हरमू और बूटी मोड़ में भी झूला आदि लगाने की तैयारी है.
मां की कृपा दृष्टि होगी तो काम में तेजी आयेगी
मां की कृपा से काम में जल्द ही तेजी आयेगी. इस बार मां का आगमन हाथी पर हो रहा है. इस कारण बारिश के कारण थोड़ी परेशान हो रही है. उम्मीद है कि जल्द ही यह बारिश थम जायेगी. बारिश थमते ही काम में रफ्तार आयेगी.
-अशोक चौधरी, अध्यक्ष, भारतीय युवक संघ
पंडाल फिनिशिंग का काम नहीं हो पा रहा है
बारिश के कारण पंडाल निर्माण कार्य नहीं हो पा रहा है. बाहर लगे प्लाई आदि खराब हो जा रहे हैं. साथ ही घंटों बिजली गुल होने से भी परेशानी बढ़ गयाी है. लाइटिंग का काम भी प्रभावित है.
-मुनचुन राय, अध्यक्ष, रेलवे स्टेशन पूजा समिति
आंतरिक साज-सज्जा का चल रहा काम
बारिश के कारण पंडाल से लेकर गेट निर्माण तक का काम ठप पड़ गया है. गेट लाइट के लिए स्ट्रेक्चर भी तैयार नहीं हो पा रहा. सभी को बारिश थमने का इंतजार है. फिलहाल आंतरिक साज-सज्जा का काम चल रहा है.
-चंचल चटर्जी, अध्यक्ष, कोकर दुर्गा पूजा समिति
दोबारा करनी पड़ जा रही है मरम्मत
बारिश के कारण परेशानी बढ़ गयी है. पहले जो कार्य पूरा हुआ था, उसे दोबारा करना पड़ रहा है. प्रतिमाएं सूख नहीं रही हैं, जिस कारण रंग चढ़ाने का काम भी प्रभावित हो गया है. बारिश जितनी जल्दी थमेगी, उतना ही जल्दी काम शुरू होगा.
-राणा गोप, संरक्षक, बांधगाड़ी दुर्गा पूजा समिति