Jharkhand Weather LIVE: झारखंड में एक सप्ताह तक बारिश का अनुमान नहीं, छाये रहेंगे बादल
Jharkhand Weather Forecast Today Updates in Hindi: झारखंड के मौसम की खबरों और अपडेट के लिए बने रहिए प्रभात खबर डॉट कॉम के Live सेक्शन में. झारखंड के विभिन्न जिलों की मौसम से जुड़ी हर छोटी-बड़ी खबरें आपको यहां मिलेंगी सबसे पहले....
मुख्य बातें
Jharkhand Weather Forecast Today Updates in Hindi: झारखंड के मौसम की खबरों और अपडेट के लिए बने रहिए प्रभात खबर डॉट कॉम के Live सेक्शन में. झारखंड के विभिन्न जिलों की मौसम से जुड़ी हर छोटी-बड़ी खबरें आपको यहां मिलेंगी सबसे पहले….
लाइव अपडेट
एक सप्ताह तक बारिश का अनुमान नहीं, छाये रहेंगे बादल
झारखंड में एक सप्ताह तक बारिश का अनुमान नहीं है. इस दौरान कहीं-कहीं आकाश में बादल छाये रह सकते हैं. मौसम केंद्र का पूर्वानुमान है कि 14 अक्तूबर तक मौसम शुष्क रहेगा. करीब-करीब पूरे राज्य की यही स्थिति है. इसी दौरान मॉनसून भी झारखंड से वापस हो जायेगा. अधिकतम तापमान 31 तथा न्यूनतम 22 डिग्री सेसि के आसपास रहने का अनुमान है.
मौसम विभाग की 13 अक्टूबर तक कोई चेतावनी नहीं
मौसम विभाग ने 13 अक्टूबर तक झारखंड में कोई चेतावनी जारी नहीं की है. सभी जिलों में ग्रीन सिग्नल है, यानी इन दिनों मौसम का मिजाज शुष्क रहेगा.
बारिश से बीरसैनी के पास सापिन नदी का गाइडवाल क्षतिग्रस्त
पथरगामा (गोड्डा) : पिछले दिनों लगातार बारिश की वजह से बीरसैनी गांव के पास सापिन नदी का गाइडवाल क्षतिग्रस्त हो गया. मिली जानकारी के अनुसार सापिन नदी में पानी भर जाने व पानी के दबाव की वजह से बीरसैनी स्थित सपिन डैम का उतरी गाइडवाल टूटा गया. बता दें कि बारकोप बीरसैनी गांव से आवाजाही करने वाले लोग अक्सर गाइडवाल पर पैदल चलकर ही अपने गावों से आवाजाही किया करते थे. फिलहाल ग्रामीणों को आवाजाही में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
झारखंड में अभी शुष्क रहेगा मौसम का मिजाज, 3-4 दिन बाद होगी बारिश
रांची. झारखंड के सभी जिलों में फिलहाल मौसम का मिजाज शुष्क रहेगा. 13 अक्टूबर तक बादल छाये रहेंगे. 12 और 13 अक्टूबर को संताल परगना के कुछ इलाकों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने के आसार हैं. मौसम केंद्र के अनुसार, 13 अक्टूबर को राजधानी रांची के आसपास के इलाके में हल्की बारिश हो सकती है. इस दौरान अधिकतम तापमान 31 से 32 डिग्री सेसि के बीच हो सकता है. जबकि न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेसि के आसपास रहेगा.
1-7 अक्टूबर तक लगभग पूरे झारखंड में सामान्य से 60 फीसदी ज्यादा बारिश
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 1 अक्टूबर 2023 से 7 अक्टूबर 2023 तक पाकुड़ जिले को छोड़कर पूरे झारखंड में सामान्य से 60 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है. वहीं पाकुड़ जिले में 20 से 59 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है.
भारी बारिश से ग्रामीण क्षेत्र की सड़कें कीचड़ में तब्दील
रानीश्वर (दुमका). पिछले कई दिनों तक हुई भारी बारिश से ग्रामीण क्षेत्र के सड़कों पर कहीं पानी जमा हो जाने तो कहीं कीचड़ भर जाने से ग्रामीणों को आने जाने में परेशानी हो रही है. रानीश्वर बाजार से शिवमंदिर हटिया जाने वाले सड़क पर पुराना पंचायत भवन के सामने बरसात का पानी जमा हो गया है. इससे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. यहां जल निकासी नाली बंद हो जाने से बरसात का पानी बीच सड़क पर ही जमा रह गया है. उधर, दुमका सिउड़ी मुख्य सड़क के सादीपुर आश्रम मोड़ से सादीपुर गांव के अंदर तथा आश्रम जाने वाले सड़क के मुहाने पर कीचड़ भर जाने से ग्रामीणों को साइकिल, मोटर साइकिल लेकर आने-जाने में भी परेशानी हो रही है.
बारिश के कारण चितरा-बस्ती पालोजोरी मुख्य सड़क पर जलजमाव, आवागमन प्रभावित
चितरा (सारठ). कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण चितरा-बस्ती, पालोजोरी मुख्य सड़क स्थित कोलियरी के आठ नंबर ओबी डंप के निकट मुख्य सड़क पर भारी जलमाव होने से आवागमन प्रभावित हो गया. छोटे वाहनों को आवागमन के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा. गुरुवार को मुख्य सड़क पर जलजमाव के कारण कोलियरी के आठ नंबर खदान में कार्य करने वाले कोयला कर्मियों को पहली पाली में कार्य स्थल पर जाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. वहीं चितरा डीएवी स्कूल में बच्चों को पहुंचाने वाले अभिभावकों सहित अन्य कामगारों को भी भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. मिली जानकारी के अनुसार संबंधित आउटसोर्सिंग कंपनी ने सड़क किनारे खदान का ओबी गिराकर डंप बना दिया है. विस्थापित नेता अरुण महतो ने कहा कि आउटसोर्सिंग कंपनी ने जोरिया में ओबी डंप बना दिया है, जिससे यह समस्या उत्पन्न हुई है. कोलियरी प्रबंधन समस्या दूर करने पर पहल करे. ताकि कामगारों और राहगीरों को आवागमन में किसी प्रकार की समस्या न हो.
राज्य के इन जिलों में आज भी बारिश के आसार
पिछले कई दिनों तक वर्षा के बाद राज्य में बारिश की रफ्तार धीमी है. हालांकि, कुछ जिलों में आज भी बारिश के आसार हैं. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक आज राज्य के दक्षिणी भागों में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना है. यानी आज पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला और सिमडेगा में बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग का पूर्वनुमान
6 अक्टूबर को राज्य के उत्तर पूर्वी और दक्षिणी भागों में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना है.
7 और 8 अक्टूबर को राज्य के दक्षिणी भागों में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना है.
9 अक्टूबर को राज्य के उत्तर पूर्वी भागों में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना है.
राज्य में 9 अक्टूबर तक बारिश के आसार
मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों तक राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बारिश की संभावना है. विभाग ने कहा है कि 9 अक्टूबर तक राज्य में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी.
बीते 5-6 दिनों में झारखंड में 60 फीसदी से ज्यादा बारिश
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 1 अक्टूबर 2023 से 6 अक्टूबर 2023 तक पूरे झारखंड में सामान्य से 60 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है.
आज इन जिलों में भारी बारिश के आसार
मौसम विभाग ने पूर्वानुमान किया है कि आज गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़, देवघर, दुमका, साहिबगंज और धनबाद जिले में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है. राज्य में कहीं-कहीं वज्रपात की भी आशंका है. इसे लेकर मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है.
धनबाद में सुबह बारिश, दिन भर उमड़ते-घुमड़ते रहे बादल
धनबाद में सुबह हल्की बारिश होने के बाद कुछ देर के लिए धूप निकलने से लोगों ने छठे दिन राहत महसूस की. रुक-रुककर लगातार हो रही बारिश के चलते पांच दिनों तक जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था. मौसम विभाग के मुताबिक, 7 अक्तूबर से मौसम पूरी तरह साफ होने के आसार हैं.
बारिश ने तोड़ा पिछले 2-3 सालों का रिकॉर्ड, सुंदरपहाड़ी प्रखंड में सबसे अधिक वर्षा
इस बार बारिश ने पिछले दो-तीन सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. चार अक्टूबर को पूरे राज्य में सबसे ज्यादा वर्षा वाला गोड्डा जिला का प्रखंड सुंदरपहाड़ी रहा. यहां 176 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गयी, जो पूरे राज्य में सर्वाधिक है. इसके बाद पथरगामा प्रखंड का नंबर रहा. पथरगामा में भी ताबड़तोड़ 162.2 मिमी, बसंतराय प्रखंड बसंतराय प्रखंड 154.4 मिमी, महागामा प्रखंड में 140.6 मिमी, मेहरमा प्रखंड 112.4 मिमी, ठाकुरगंगटी प्रखंड 102.2 मिमी और गोड्डा प्रखंड में 51.5 मिमी दर्ज किया गया है. सबसे कम गोड्डा प्रखंड क्षेत्र में ही वर्षापात रिकॉर्ड किया गया. गोड्डा प्रखंड को छोड़कर सभी प्रखंडों में कमोबेश भारी वर्षा हुई है.