झारखंड का मौसम फिर करवट लेने वाला है. सुबह से तेज धूप थी, जिसकी वजह से लोगों को गर्मी का एहसास हो रहा था. लेकिन, रविवार (31 मार्च) को कुछ जगहों पर गरज के साथ हल्के दर्जे की बारिश होने का अनुमान है. वज्रपात भी हो सकता है. मौसम विभाग की ओर से यह जानकारी दी गई है.
झारखंड से गुजर रहा बंगाल की खाड़ी में बना ट्रफ
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के रांची स्थित मौसम केंद्र के मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि पूर्वी बिहार से लेकर बंगाल की खाड़ी में एक ट्रफ बना हुआ है, जो झारखंड और पश्चिम बंगाल से होकर गुजर रहा है. इसके असर से झारखंड में शनिवार की देर रात की तरह रविवार को भी तेज हवाओं के साथ बारिश होने का अनुमान है.
बोकारो को छोड़ सभी जिलों के अधिकतम तापमान में आई गिरावट
शनिवार की देर रात को हुई बारिश के बाद बोकारो को छोड़कर अधिकतर जिलों में अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट आई है. पिछले 24 घंटे की बात करें, तो राजधानी रांची के उच्चतम तापमान में 0.3 डिग्री सेंटीग्रेड की गिरावट आई है. जमशेदपुर और डालटेनगंज के उच्चतम तापमान में क्रमश: 0.5 और 0.6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है.
झारखंड का मौसम : बोकारो का न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री बढ़ा
हालांकि, इन सभी जिलों में न्यूनतम तापमान में अच्छी-खासी वृद्धि हुई है. रांची के मौसम की बात करें, तो यहां का न्यूनतम तापमान 1 डिग्री सेल्सियस बढ़ा है. जमशेदपुर के न्यूनतम तापमान में 3.8 डिग्री, डालटेनगंज का 0.8 डिग्री, बोकारो का 4.6 डिग्री और चाईबासा का 2.5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई है.
तेज हवा के साथ गरज और बारिश, बिजली व्यवस्था चरमरायी
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि राजधानी रांची में शनिवार की देर रात तेज हवा के साथ गरज और बारिश के कारण शहर की बिजली व्यवस्था चरमरा गयी. आंधी-पानी के दौरान ग्रिड से जुड़े सभी 33 केवीए पावर सबस्टेशनों ने रात 11:23 बजे एहतियातन डिमांड को घटाकर लगभग शून्य कर लिया. 132 केवीए हटिया ग्रिड से कांके-हरमू एचटी लाइन को छोड़कर सभी 33 केवीए लाइनें ट्रिप कर गयीं. लगभग आधे घंटे तक 120 मेगावाट की जगह डिमांड घटकर महज तीन मेगावाट रह गयी.
- देर रात तेज हवा-पानी से बिजली आपूर्ति हो गई ठप
- हटिया ग्रिड से कांके-हरमू लाइन को छोड़ सभी 33 केवीए लाइनें ट्रिप कर गयीं
- 120 में घटकर महज तीन मेगावाट रह गयी डिमांड
33 केवीए बोबरो सबसेटशन से बिजली ट्रिप कर गयी
यही हाल कांके 132 केवी ग्रिड का भी रहा, यहां 33 केवीए कांके और 33 केवीए बोबरो सबसेटशन से बिजली ट्रिप कर गयी. शेष जगहों पर ग्रिड को सुरक्षा संबंधी संदेश देने के साथ ही सप्लाई शून्य रही. हवा चलते ही आधे से अधिक इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गयी. कहीं लाइन ब्रेक डाउन हुई, तो कहीं तार पर पेड़ की डाली गिरने से रात 12 बजे के करीब जो बिजली गयी, वह देर रात तक बहाल नहीं हो सकी थी.
सभी 33 केवी ग्रिड सबस्टेशन से बिजली आपूर्ति बाधित
रात 11:30 बजे के बाद नामकुम और हटिया ग्रिड और सभी 33 केवी ग्रिड सबस्टेशन से बिजली आपूर्ति बाधित थी. लालपुर, सेक्टर टू, विकास से लेकर मेन रोड, हिंदपीढ़ी, बड़ा तालाब जैसे बड़े इलाकों के अंदर खबर लिखे जाने तक बिजली बाधित रही. हालांकि, सबस्टेशन के अंदर बिजली कर्मी स्कडा सिस्टम से स्थिति पर नजर बनाए हुए थे, मोहल्लों में पेट्रोलिंग कर नुकसान का पता लगाया जा रहा था.
ग्रिड से 33 केवी लाइन बंद करायी गयी, घंटों बिजली रही बाधित
कई इलाकों में गरज के साथ हवा इतनी तेज थी कि कुछ देर के लिए पूरी राजधानी की बिजली गुल हो गयी. खराब मौसम का असर ग्रिडों पर भी पड़ा. नामकुम और हटिया दोनों ग्रिड से 33 केवी की सप्लाई ट्रिप होने से शहर के एक बड़े हिस्से से बिजली गायब रही. बारिश में सबसे ज्यादा 11 केवी यूजी केबल में फॉल्ट दर्ज किये गये. इस कारण कारण रातू रोड, पिस्का मोड़, खेलगांव, किशोरगंज, केशव नगर, चूना भट्ठा, कुम्हार टोली, न्यू मधुकम, खादगढ़ा, महुआ टोली, जयप्रकाश नगर व आसपास के क्षेत्रों में सात घंटे बिजली बाधित रही.