Jharkhand Weather Update : झारखंड में प्री-मॉनसून की दस्तक के साथ ही मौसम सुहाना होगा गया. आम दिनों के मुकाबले तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की कमी आयी है. इसके साथ ही राज्य में मॉनसून के प्रवेश की संभावना भी बनने लगी है. मौसम विभाग के मुताबिक झारखंड में अगले 48 घंटे के दौरान मानसून के दस्तक देने की संभावना है.
मौसम ने करवट बदली है और राज्य के अनेक भागों में मानसून पूर्व की बारिश होने से मौसम सुहावना हो गया है. मौसम विभाग ने संभावना व्यक्त की है कि दक्षिण पश्चिम मानसून सोमवार तक राज्य के सभी हिस्सों में पहुंच जायेगा. मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि मानसून के आगमन से पूर्व राज्य के विभिन्न भागों में कुछ जगहों पर भारी बारिश और वज्रपात का ‘यलो अलर्ट’ जारी किया गया है. वहीं, मौसम के बदले मिजाज के बीच अधिकतम तापमान कम हो जाने से आमजन उमस भरी गर्मी से राहत महसूस कर रहे हैं.
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि वातावरण में नमी के कारण पलामू प्रमंडल में लू के हालात नहीं बने. सबसे गर्म चल रहे शहर मेदिनीनगर में बीते शाम अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पिछले तीन दिन में यहां के तापमान में लगभग नौ डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है. उन्होंने बताया कि रांची का अधिकतम तापमान 33.4 और जमशेदपुर का 35.6 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक आने वाले पांच दिन तक अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा.
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि आज राज्य के उत्तर पूर्वी भाग में गिरिडीह, बोकारो, धनबाद, देवघर, जामताड़ा, पाकुड़, गोड्डा, दुमका, साहेबगंज के अलावा सरायकेला-खरसावां और पूर्वी सिंहभूम में भारी बारिश एवं वज्रपात के साथ 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है. इसी तरह शनिवार को संथालपरगना प्रमंडल में और रविवार को रांची, खूंटी, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, पूर्वी एवं पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिला को छोड़कर राज्य के शेष सभी जिलों में भारी बारिश के साथ वज्रपात होगा. 20 जून को संथाल परगना और कोल्हान प्रमंडल में भारी बारिश होने की संभावना है. आम तौर पर झारखंड में मानसून पिछले कुछ वर्षों में 12 जून से 25 जून के बीच में आ जाता है और इस वर्ष भी मानसून के आगमन की तिथि में कोई खास परिवर्तन नहीं है. उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष राज्य में 1043 मिमी. वर्षा हुई थी और इस वर्ष भी मानसून सामान्य रहने की संभावना है.