Jharkhand Weather: नये साल में बदलेगा झारखंड के मौसम का मिजाज, छायेंगे बादल, रहेगी धुंध
Jharkhand Weather: नये साल को लेकर लोग उत्साहित है. कई लोग न्यू ईयर सेलिब्रेट करने के लिये पिकनिक मनाने, घूमने-फिरने जायेंगे. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि नये साल पर झारखंड का मौसम कैसा रहेगा. नये साल में झारखंड का मौसम बदलने वाला है.
Jharkhand Weather News: मौसम केंद्र के अनुसार, नये साल के शुरुआती सप्ताह में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है. केंद्र ने पूर्वानुमान लगाया है कि चार और पांच जनवरी को राज्य के मध्य (रांची, बोकारो, रामगढ़, हजारीबाग, गुमला तथा खूंटी) और दक्षिणी (पूर्वी सिंहभूम, प सिंहभूम, सिमडेगा व सरायकेला-खरसांवा) भागों में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी. चूंकि एक जनवरी से ही बादल छाये रहेंगे, ऐसे में न्यूनतम तापमान थोड़ा चढ़ा रहेगा. जबकि, अधिकतम तापमान गिर सकता है. सुबह में धुंध हो सकती है.
पलामू में पड़ रही कड़ाके की ठंड
पलामू प्रमंडल में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. वहां का न्यूनतम तामपान पिछले तीन-चार दिनों से 10 डिग्री सेसि से नीचे चल रहा है. शुक्रवार सुबह 5:30 बजे डालटनगंज का न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेसि के आसपास था. कोल्हान प्रमंडल के जिलों में अन्य जिलों की तुलना में अभी कम ठंड पड़ रही है. इधर, राजधानी में भी न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेसि से नीचे दर्ज किया जा रहा है.
देवघर में पारा लुढ़का, बढ़ी कनकनी
देवघर बाबा नगरी में ठंड बढ़ गयी है. मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार का दिन इस वर्ष का सबसे अधिक ठंडा रहा है. देवघर का न्यूनतम तापमान 11 डिग्री व अधिकतम तापमान 17 डिग्री दर्ज किया गया है. सुबह से ही देवघर का कई इलाका कोहरे की चपेट में था. धूप रहने की बाद भी मौसम में आंशिक कोहरा छाया रहा. शाम होते ही शीतलहरी चलने लगी व मौसम में ठंडक बढ़ती गयी. देर रात तक पारा 11 डिग्री तक दर्ज किया गया है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार तीन जनवरी तक देवघर में ठंड बरकरार रहेगी. 31 दिसंबर की रात भी शीतलहरी चलने की संभावना है.
कड़ाके की ठंड में अलाव का इंतजाम नहीं
देवघर में कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. ठंड से सबसे अधिक परेशानी दिहाड़ी मजदूरों समेत रिक्शा व टोटो चालकों को हो रही है. दिहाड़ी पर कामकाज के सिलसिले में ग्रामीण क्षेत्रों व अन्य जिले से आने वाले मजदूर तथा रिक्शा व टोटो चालक दिन तो गुजार लेते हैं, लेकिन फुटपाथ पर रात बीतना उनके लिए मुश्किल हो रहा है. नगर निगम के द्वारा 10 अलग-अलग जगहों पर अलाव का इंतजाम भी किया था, लेकिन पिछले कुछ दिन से अलाव बंद पड़े हैं. पिछले वर्ष करीब 60 अलग-अलग जगहों पर अलाव का इंतजाम किया गया था. इस बार इतने कम जगह पर अलाव का इंतजाम किया गया है. वो भी नियमित रूप से नहीं जलाये जा रहे हैं. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रात के वक्त प्राइवेट बस स्टैंड, बैद्यनाथधाम रेलवे स्टेशन, टावर चौक, आजाद चौक, सत्संग चौक आदि जगहों पर दर्जनों मजदूर जैसे-तैसे रात गुजार रहे हैं.