गुमला के बिशुनपुर प्रखंड की रहनेवाली अनीता देवी कई पुरस्कार और सम्मान के साथ उन महिलाओं के लिए मिसाल बन गयी हैं, जो आत्मनिर्भर बनने और समाज में अपनी पहचान बनाने के सपने देखती हैं. ‘सर्वेश्वरी महिला समूह’ चलानेवाली अनीता ने बैंक से कर्ज लेकर अचार, जामुन सिरका, जामुन बीज चूर्ण, आंवला सुपारी, आंवला रस और शहद का उत्पादन शुरू किया.
शुरुआत में दिक्कतें आयीं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. संघर्ष के रास्ते पर चलते हुए अनीता ने न सिर्फ खुद का मुकाम हासिल किया, बल्कि गांव की दो दर्जन से ज्यादा महिलाओं को रोजगार भी दे रही हैं.
अनीता देवी ने जब अपना कारोबार शुरू किया, तो उनके पास पूंजी नहीं थी. शुरुआत ‘सर्वेश्वरी महिला समूह, बिशुनपुर’ नामक स्वयं सहायता समूह की स्थापना से हुई़. शुरुआती दिन में इस समूह में 10 महिलाएं थीं. समूह के माध्यम से उन्होंने सर्वप्रथम 10 हजार का ऋण लिया,
जिससे उन्होंने जामुन, आम, आंवला कटहल खरीदी और उससे आचार, जामुन का सिरका एवं जामुन पाउडर बनाने का काम शुरू किया. शुद्ध देसी व घरेलू उत्पाद होने से इन उत्पादों की मांग बाजार में बढ़ने लगी. इससे उत्साहित होकर अनीता ने अपने व्यापार को आगे बढ़ाया. इसके बाद बैंक ऑफ इंडिया से उन्हें 50 हजार का ऋण मिला. आज बैंक ने उन्हें छह लाख का सीसी लोन दे रखा है.
अनीता देवी ने बताया कि जिस प्रकार उत्पादन की मांग बढ़ रही है, इसके अनुरूप उनके पास व्यवस्था की कमी है. इसलिए वे आपूर्ति नहीं कर पा रही हैं. अगर जिला प्रशासन उन्हें लोन मुहैया कराये, तो वह पूरे झारखंड के पलास मार्ट में अपना उत्पादन को भेज सकती हैं.