18.5 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

झारखंड के पारा शिक्षक अब कहलायेंगे सहायक अध्यापक, 60 साल तक देंगे अपनी सेवा, कैबिनेट की मिली स्वीकृति

jharkhand news: झारखंड कैबिनेट ने बुधवार को 51 प्रस्तावों पर अपनी सहमति दी है. इसके तहत जहां पारा शिक्षक अब सहायक शिक्षक कहलायेंगे. वहीं, पेट्रोल सब्सिडी योजना, राज्य के 21 हजार स्टूडेंट्स को मोबाइल टैब देने समेत अन्य प्रस्तावों पर मुहर लगायी है.

Jharkhand news: बुधवार को झारखंड कैबिनेट की बैठक हुई. इस बैठक में कुल 51 प्रस्तावों पर मुहर लगी है. इसमें जहां राज्य के पारा शिक्षकों की सेवा शर्त नियमावली को मंजूरी दी गयी है. इससे राज्य के 62 हजार पारा शिक्षकों को इसका सीधा लाभ मिलेगा. वहीं, अब राज्य के पारा शिक्षक सहायक शिक्षक कहलायेंगे. कैबिनेट के अन्य फैसले के तहत कल्याण विभाग के अंतर्गत 136 आवासीय विद्यालय के 21 हजार स्टूडेंट्स को राज्य सरकार मोबाइल टैब देगी. इसके अलावा पेट्रोल सब्सिडी योजना के तहत राशन कार्डधारियों को उनके बैंक अकाउंट में हर महीने 250 देने संबंधी प्रस्ताव पर सहमति दे दी गयी है.

अन्य फैसलों के तहत झारखंड खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति का अवधि विस्तार दिया गया. इसके अलावा श्रम विभाग के नियुक्ति नियमावली संसोधन के प्रस्ताव मंजूरी मिलने के साथ ही नयी नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है. साथ ही कारखाने में सीलिकोसिस से प्रभावित व्यक्तियों को एक लाख एवं मृत्यु पर चार लाख रुपये देने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे गयी है.

पारा शिक्षक अब कहलायेंगे सहायक शिक्षक

राज्य के पारा शिक्षक अब सहायक अध्यापक कहलाएंगे. साथ ही 60 वर्ष तक नौकरी कर सकेंगे. पारा शिक्षकों के मानदेय में भी जनवरी माह से बढ़ोतरी की जायेगी. शिक्षक पात्रता परीक्षा सफल पारा शिक्षकों के मानदेय में 50 फीसदी एवं वैसे पारा शिक्षक जो फिलहाल शिक्षक पात्रता परीक्षा सफल नहीं है उनके मानदेय में 40 फीसदी की बढ़ोतरी की जायेगी. शिक्षक पात्रता परीक्षा सफल होने पर उनके मानदेय में भी 10 फीसदी की और बढ़ोतरी होगी.

Also Read: झारखंड के गरीबों के लिए CMSUPPORTS एप लॉन्च, ऐसे करायें रजिस्ट्रेशन, जानें Step By Step प्रोसेस

अब प्राथमिक स्तर के पारा शिक्षकों की सेवा पंचायत प्रशासनिक सह अनुशासनिक प्राधिकार एवं उच्च प्राथमिक स्तर के पारा शिक्षकों की सेवा प्रखंड प्रशासनिक सह अनुशासनिक प्राधिकार को दिया जायेगा. वैसे पारा शिक्षक जो शिक्षक पात्रता परीक्षा सफल नहीं है उनके लिए आकलन परीक्षा ली जायेगी. नियमावली के प्रावधान के अनुरूप आकलन परीक्षा में सामान्य वर्ग के शिक्षकों के लिए न्यूनतम 40 फीसदी अंक एवं आरक्षित वर्ग के शिक्षकों के लिए न्यूनतम 35 फीसदी अंक निर्धारित किया गया है.

मानदेय में हर साल 4 फीसदी की वृद्धि

झारखंड के पारा शिक्षकों के मानदेय में अब हर साल बढ़ोतरी होगी. नियमावली के प्रावधान के अनुरूप पारा शिक्षकों के मानदेय में हर साल 4 फीसदी की बढ़ोतरी होगी. पारा शिक्षकों को अब साल में 15 दिनों का मेडिकल लीव भी दिया जायेगा. अवकाश अवधि का मानदेय भी देय होगा. वहीं, शिक्षकों को अब ईपीएफ का भी लाभ दिया जायेगा. सरकार एवं पारा शिक्षकों की ओर से दिये जानेवाले अंशदान का निर्धारण कर दिया गया है.

अधिकतम 22,500 रुपये मिलेंगे मानदेय

मानदेय बढ़ोतरी के बाद पारा शिक्षकों को अधिकतम 22,500 रुपये मानदेय मिलेगा. शिक्षक पात्रता परीक्षा सफल कक्षा 6 से 8 तक के शिक्षक को 22,500 रुपये और कक्षा एक से पांच तक के शिक्षक को 21 हजार रुपये मानदेय मिलेगा. शिक्षक पात्रता परीक्षा असफल कक्षा 6 से 8 के शिक्षक को 18,200 रुपये और कक्षा एक से पांच के शिक्षा को 16,800 रुपये मानदेय मिलेगा.

Also Read: CM हेमंत सोरेन की पहल पर माली में फंसे झारखंड के 33 श्रमिकों तक पहुंची मदद, खाने-पीने की समस्या हुई दूर
सरकार के पास इच्छा शक्ति हो, तो कोई भी काम कठिन नहीं : शिक्षा मंत्री

शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा है कि सरकार के पास इच्छा शक्ति हो, तो कोई भी काम कठिन नहीं है. राज्य में पिछले 20 वर्ष से पारा शिक्षक की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा था. पारा शिक्षक अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करते रहते थे .सरकार ने अपना वादा पूरा किया है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में स्थानीय नीति समेत अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी निर्णय लिया जाएगा. मंत्री के रूप में योगदान देने की साथ ही उन्होंने पारा शिक्षकों की समस्याओं के समाधान की बात कही थी आज वह पूरी हो गई. शिक्षकों को अब आंदोलन नहीं करना होगा. राज्य में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया भी जल्द शुरू होगी.

Posted By: Samir Ranjan.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें