Loading election data...

सखी मंडल की दीदियों को मिला 15 लाख रुपये का ऑर्डर, ट्रेड फेयर में Adiva ज्वेलरी और Palash ब्रांड की रही धूम

jharkhand news: झारखंड के सखी मंडल की दीदियों द्वारा उत्पादित सामानों की मांग नई दिल्ली के ट्रेड फेयर में खूब रही. वहीं, आदिवासियों की पारंपरिक ज्वेलरी ब्रांड भी आकर्षण के केंद्र रहे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2021 6:44 PM

Jharkhand news: नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर (India International Trade Fair- IITF) में झारखंड की सखी मंडलों द्वारा निर्मित उत्पादों की धूम रही. वहीं, आदिवासी पारंपरिक ज्वेलरी ब्रांड आदिवा भी आकर्षण के केंद्र रहे. ट्रेड फेयर के दौरान करीब 6 लाख रुपये के पलाश के उत्पादों की बिक्री हुई. वहीं, पलाश उत्पादों की गुणवत्ता को देखते हुए करीब 15 लाख रुपये के सप्लाई का ऑर्डर भी सखी मंडल की दीदियों को मिला है.

सखी मंडल की दीदियों को मिला 15 लाख रुपये का ऑर्डर, ट्रेड फेयर में adiva ज्वेलरी और palash ब्रांड की रही धूम 3

ग्रामीण विकास विकास के अधीन संचालित झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइट के तहत पलाश ब्रांड के जरिये सखी मंडल के उत्पादों को बिक्री के लिए सरस आजीविका मेले में रखा गया था. पलाश ब्रांड के सरसों तेल, अचार, हनी, मड़ुआ आटा, मसाले एवं साबुन की काफी डिमांड थी. वहीं, पलाश के अचार भी लोगों के लिए आकर्षण के केंद्र में था. बांस, ओल एवं महुआ के अचार को भी लोगों ने काफी पसंद किये.

सखी मंडल की दीदियों को मिला 15 लाख रुपये का ऑर्डर, ट्रेड फेयर में adiva ज्वेलरी और palash ब्रांड की रही धूम 4
ट्रेड फेयर में आदिवा ज्वेलरी की रही धूम

सखी मंडल की बहनों द्वारा निर्मित आदिवासी पारंपरिक ज्वेलरी ब्रांड आदिवा ने इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में बिक्री का नया कीर्तिमान स्थापित किया. धनतेरस के मौके पर लॉंन्च किये गये ज्वेलरी ब्रांड आदिवा के तहत कुल 9 लाख रुपये के गहनों की बिक्री हुई. आदिवा ट्राइबल ज्वेलरी लोगों को काफी पसंद आयी और राज्य के सांस्कृतिक एवं पारंपरिक आभूषणों को सहेजने एवं नयी पहचान देने की इस पहल को लोगों ने खूब सराहा.

Also Read: लातेहार पहुंचे झारखंड CM हेमंत सोरेन, बोले- गांव से ही राज्य होगा मजबूत, हर दरवाजे तक पहुंच रही सरकार आदिवासी गहनों को मिली नयी पहचान : यशोदा देवी

आदिवा ज्वेलरी के निर्माण से जुड़ी खूंटी की यशोदा देवी ने बताया कि आदिवा के ब्रांड की वजह से बिक्री काफी अच्छी हुई है. हम सरकार को पलाश ब्रांड के तहत आदिवा को शुरू करने के लिए बधाई देते हैं. इस पहल से हमारे आदिवासी गहनों को एक नयी पहचान मिली है.

सखी मंडल की दीदियों डॉ मनीष रंजन ने दी बधाई

ग्रामीण विकास सचिव डॉ मनीष रंजन ने सखी मंडल की बहनों को IITF के सरस आजीविका में गुणवत्तापूर्ण उत्पादों की प्रदर्शनी एवं बिक्री के लिए बधाई दी है. उन्होंने दीदियों को उत्पादों की गुणवत्ता बरकरार रखने की सलाह देते हुए कहा कि पलाश ब्रांड सखी मंडल की बहनों को सफल उद्यमी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा एवं इस पहल से सखी दीदियों के सपने साकार होंगे. डॉ रंजन ने आदिवा एवं पलाश से जुड़ी दीदियों की सराहना करते हुए कहा कि ये उत्पाद आपकी जिंदगी को बदलने के लिए काफी महत्वपूर्ण है. इससे सखी मंडल की बहनें आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त होंगी.

पलाश एवं आदिवा ने झारखंड को दी नई पहचान: नैन्सी सहाय

JSLPS की सीईओ नैन्सी सहाय ने आईआईटीएफ में पलाश एवं आदिवा की अच्छी बिक्री पर खुशी जताते हुए सखी मंडल की बहनों की जमकर सराहना की. उन्होंने कहा कि आनेवाले दिनों में पलाश ब्रांड के तहत और भी उत्पादों को जोड़ने की तैयारी की जा रही है. कहा कि इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में दीदियों द्वारा निर्मित उत्पादों की काफी बिक्री हुई, जो सखी मंडल की दीदियों के लिए सराहनीय है. पलाश एवं आदिवा की गुणवत्ता को बरकरार रखते हुए और दीदियों को पलाश से जोड़ने की कोशिश की जा रही है. पलाश एवं आदिवा ने आईआईटीएफ में झारखंड का मान बढ़ाया है. ये अच्छी गुणवत्ता वाले उत्पादों का ही नतीजा है कि पलाश के उत्पादों को 15 लाख रुपये का सप्लाई ऑर्डर भी प्राप्त हुआ है.

Also Read: लोहरदगा के बंधना उरांव को प्लांट जीनोम कंजर्वेशन के लिए मिला किसान सम्मान, जिले का नाम किया रोशन

बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहल पर राज्य की सखी मंडल की बहनों द्वारा निर्मित उत्पादों को पलाश ब्रांड से जोड़ा गया है एवं बड़े बाजार से जोड़ने की पहल की जा रही है. अब तक करीब 60 से ज्यादा उत्पाद पलाश के अंतर्गत बिक्री के लिए उपलब्ध हैं. वहीं, राज्य में कुल 158 पलाश मार्ट के जरिये बिक्री के लिए पलाश उत्पाद उपलब्ध है. अमेजन एवं फ्लिपकार्ट पर भी पलाश उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध है. इस पहल से राज्य की 2 लाख से ज्यादा सखी मंडल की बहनों को फायदा हो रहा है.

Posted By: Samir Ranjan.

Next Article

Exit mobile version