रांची : झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि छठ पर्व को मुद्दा बनाकर भाजपा ने वोट बैंक के तुष्टीकरण के लिए धर्म का कार्ड खेला. तनाव पैदा करने की कोशिश की गयी. छठ आस्था व सामाजिक समरसता का पर्व है, लेकिन इसे राजनीतिक रंग दिया गया है.
दिल्ली हाईकोर्ट ने भी आज अपने फैसले में कह दिया कि कोर्ट इस प्रकार की छूट देने के पक्ष में नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर छठ घाट पर जाने से कोरोना का संक्रमण फैलता है, तो कौन जिम्मेवार होगा? इस प्रकार के मामले में भाजपा नेताओं के खिलाफ साजिशन हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए.
लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने का किसी को अधिकार नहीं है. पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री भट्टाचार्य ने भाजपा विधायक सीपी सिंह को चुनौती देते हुए कहा कि वह 17 घाटों के पानी से कुल्ला करें. हमें अब देखना है कि सरकार के गाइडलाइन के खिलाफ छठ घाट में उतर कर प्रदर्शन करने वाले लोगों में से भाजपा के कितने लोग घाट पर जाकर डुबकी लगाते हैं.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के आलोक में ही गाइडलाइन तय किया गया था. इस पर भाजपा के लोगों ने राजनीति करना शुरू कर दिया. भाजपा के राम नाम सत्य की यात्रा निकल चुकी है. ऐसे में उन्हें अब धर्म याद आ रहा है. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन संवेदनशील हैं. उन्होंने जन आकांक्षा का ख्याल रखते हुए लोगों को एहतियात बरतते हुए छठ घाट पर पूजा करने की छूट दी है. श्री भट्टाचार्य ने लोगों से अपील की है कि संयम के साथ लोक आस्था का पर्व मनायें.
posted by : sameer oraon