मिशन 2024 : लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटा झामुमो, जुलाई से हेमंत सोरेन राज्यभर का करेंगे दौरा

मिशन 2024 को लेकर विपक्षी पार्टियों के साथ-साथ अब झारखंड मुक्ति मोर्चा भी पीछे नहीं है. जुलाई माह से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्यभर का दौरा करेंगे. पार्टी उनके कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर रही है. इस दौरान हेमंत पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और उनका उत्साह बढ़ाएंगे.

By Prabhat Khabar News Desk | June 16, 2023 6:08 AM

Jharkhand News: लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी पार्टियां जोर-शोर से जुट गयी हैं. ऐसे में झामुमो भी पीछे नहीं है. सांगठनिक स्तर पर इसकी तैयारी जनवरी से ही चल रही थी. जुलाई माह से यह जोर पकड़ेगी. पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्य के सीएम हेमंत सोरेन जुलाई माह से राज्यभर में दौरा करेंगे. पार्टी उनके कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर रही है. यह कार्यक्रम यात्रा के रूप में होगा या सभा के रूप में, अभी तय नहीं है. लेकिन, सभी 14 लोकसभा सीटों में श्री सोरेन स्वयं जायेंगे. पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और उनका उत्साह बढ़ायेंगे. जिलों को तैयारी करने का निर्देश दिया गया है. पार्टी मानती है कि लोकसभा चुनाव की तैयारी अब शुरू हो चुकी है. हालांकि पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता विनोद पांडेय कहते हैं कि झामुमो चुनाव के लिए हर वक्त तैयार रहता है. आज चुनाव हो जाये, तो आज भी पार्टी पूरे दम-खम से चुनाव लड़ेगी.

वर्तमान में झामुमो के पास है एक सीट

वर्तमान में झामुमो के पास राजमहल लोकसभा सीट ही है. वहीं, कांग्रेस के पास पश्चिमी सिंहभूम है. शेष 12 सीटों में 11 भाजपा के पास और एक आजसू के पास है. लेकिन, इस बार झामुमो की रणनीति यह है कि ज्यादा से ज्यादा सीटें यूपीए के खेमे में जायें. इसके लिए जल्दी ही कांग्रेस के साथ बैठक कर सीटों के मुद्दे पर बात होगी. जहां झामुमो मजबूत है, वहां झामुमो दावेदारी करेगा.

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वर्ग संगठनों का होगा गठन

पार्टी के नेता विनोद पांडेय ने बताया कि पार्टी के युवा मोर्चा, छात्र मोर्चा, महिला मोर्चा जैसे वर्ग संगठनों का जिलों में गठन किया जा रहा है. कई जिलों में गठन हो भी चुका है. सारे कार्यकर्ता निरंतर मुख्यालय को रिपोर्ट भी कर रहे हैं. पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ समय-समय पर मुख्यालय से भी जाकर बैठक होती है. मुख्यमंत्री स्वयं भी कार्यकर्ताओं से जरूर मिलते हैं. लेकिन, जुलाई माह से यह अभियान अब तेज होगा. पार्टी इस बार अलग रूप में चुनाव लड़ेगी. पार्टी की स्थिति पूरे राज्य में मजबूत है और लोग केंद्र में भाजपा की सरकार से ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.

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