झामुमो : हेमंत और कल्पना की मेहनत ने दिलायी सफलता
झामुमो ने पहली बार 34 सीटों पर जीत दर्ज की
रांची. झामुमो के इतिहास में यह पहला मौका है, जब पार्टी ने 34 सीटों पर दर्ज की है. इंडिया गठबंधन की बात करें, तो कुल 56 सीट पर जीत दर्ज की गयी है. यह आंकड़ा बहुमत से 17 सीट अधिक है. झामुमो की सफलता के शिखर पर पहुंचाने में वर्ष 2019 में तो हेमंत सोरेन का हाथ था. तब उन्होंने पार्टी को 30 सीट पर जीत दिलायी थी. पर इस बार उनका साथ उनकी पत्नी व गांडेय की विधायक कल्पना सोरेन ने भी दिया. दोनों ने मिलकर धुआंधार प्रचार किया. एनडीए के प्रचार का हर कदम पर जवाब दिया. जहां हेमंत एक छोर पर खड़े थे, तो दूसरे छोर पर कल्पना खड़ी थी. यानी बीच में किसी को घुसने का मौका ही नहीं मिल रहा था. दोनों ने मिलकर न केवल झामुमो प्रत्याशियों के लिए बल्कि इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों के लिए भी प्रचार किया. क्या थी रणनीति : एक-एक विधानसभा में दोनों मिलकर तीन-तीन सभा करेंगे, मंईयां सम्मान और बिजली बिल माफी का पुरजोर प्रचार करेंगे, केंद्र से अपने हक की मांग का जिक्र हर सभा में करेंगे कितनी कारगर हुई : प्रचार करना सफल रहा और 56 सीटों पर इंडिया गठबंधन को जीत मिली, मंईयां सम्मान योजना की वजह से बड़ी संख्या में महिलाओं ने वोट किया, केंद्र पर हमलावर की रणनीति कारगर हुई, लोगों ने एकमुश्त इंडिया गठबंधन के पक्ष में वोट किया.
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