झामुमो की 21 अप्रैल को रांची में महारैली, कल्पना सोरेन के गांडेय उपचुनाव लड़ने पर क्या बोलीं महुआ माजी?
झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायकों व सांसदों की बैठक शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में हुई. इसमें तय किया गया कि 21 अप्रैल को रांची के प्रभाततारा मैदान में महारैली का आयोजन किया जाएगा और केंद्र की तानाशाही सरकार को संदेश दिया जाएगा.
रांची: लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों को लेकर झामुमो विधायक दल की बैठक शुक्रवार को सीएम आवास में हुई. सुबह 11 बजे से शुरू हुई यह बैठक करीब पांच घंटे तक चली. बैठक में पार्टी ने चुनाव के मद्देनजर रणनीतियों पर चर्चा की. इस दौरान विधायकों को कार्य सौंपे गए. इसमें तय किया गया कि 21 अप्रैल को रांची के प्रभाततारा मैदान में महारैली का आयोजन किया जाएगा. बैठक के बाद एक सवाल के जवाब में राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने कहा कि निश्चित रूप से कल्पना सोरेन गांडेय उपचुनाव लड़ेंगी.
21 अप्रैल को रांची के प्रभाततारा मैदान में महारैली
विधायकों व सांसदों की बैठक में झामुमो ने महारैली की रूपरेखा भी तय की. यह महारैली 21 अप्रैल को रांची के प्रभाततारा मैदान में आयोजित की जाएगी. हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के विरोध में निकाली गयी न्याय यात्रा का समापन भी इस रैली के माध्यम से होगा. वहीं, इस रैली के माध्यम से केंद्र की तानाशाह सरकार को संदेश दिया जाएगा.
बैठक के बाद क्या बोलीं राज्यसभा सांसद महुआ माजी
झामुमो के विधायकों व सांसदों की बैठक के बाद राज्यसभा सांसद महुआ माजी से जब सवाल किया गया कि क्या कल्पना सोरेन गांडेय उपचुनाव लड़ेंगी? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से वे गांडेय विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ेंगी.
दिल्ली के रामलीला मैदान की तरह रांची में विशाल जनरैली
दिल्ली के रामलीला मैदान में जिस तरह से विशाल जनरैली का आयोजन किया गया था, उसी तरह झारखंड मुक्ति मोर्चा भी विशाल जनरैली का आयोजन करने जा रही है. 21 अप्रैल को झारखंड मुक्ति मोर्चा द्वारा रांची के प्रभाततारा मैदान में विशाल जनरैली का आयोजन किया जा रहा है. इस रैली में विपक्ष के तमाम बड़े नेता मौजूद रहेंगे.
केंद्र की तानाशाह सरकार के खिलाफ महारैली
झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि यह रैली केवल झारखंड मुक्ति मोर्चा की होगी. ऐसी विशाल जनरैली झारखंड में आज तक किसी ने नहीं की होगी. बैठक से बाद सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि यह लोकसभा चुनाव अन्याय के विरोध में होगा. केंद्र की तानाशाह सरकार के खिलाफ ये महारैली होगी.