देवघर एसपी का तबादला चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल : झामुमो
गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ जसीडीह थाना में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ. इसके लिए सीधे एसपी को जिम्मेवार ठहराया गया.
रांची. झामुमो ने देवघर एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग के तबादले सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि उनके हटाने संबंधित चुनाव आयोग के आदेश से आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा हो रहा है. झामुमो कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ जसीडीह थाना में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ. इसके लिए सीधे एसपी को जिम्मेवार ठहराया गया. इसलिए उनका तबादला का आदेश चुनाव आयोग ने सांसद के कहने पर दिया. उन्होंने कहा कि लेकिन इससे क्या दर्ज मामले का अनुसंधान रुक जायेगा. यह जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि निशिकांत दुबे पहले इडी व सीबीआइ के प्रवक्ता थे, अब चुनाव आयोग के भी प्रवक्ता बन गये हैं. सुप्रियो ने कहा कि अगर ऐसा एकतरफा फैसला होगा तो चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल खड़ा होगा. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की क्षमता पांच जून तक ही है. उसके बाद क्या होगा. यह तो अजीब बात हुई कि कोई घोषित प्रत्याशी किसी अधिकारी की शिकायत करेगा और चुनाव आयोग उसे हटा देगा. आयोग किस दिशा में जा रहा है. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि चुनाव आयोग सभी राज्यों में जाकर सभी दलों से बात कर रहा था. पर झारखंड में प्रमुख पार्टी झामुमो से बात तक करने की जरूरत नहीं समझी. इसी से आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े होते हैं. श्री भट्टाचार्य ने इवीएम से चुनाव कराये जाने के मुद्दे पर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा कि यह अब इलेक्ट्रॉनिक वोट मैनुपुलेट मशीन हो गयी है, जिसे प्रभावित किया जा सकता है. इसकी तीन यूनिट होती हैं. कंट्रोल यूनिट अब करप्शन यूनिट हो गयी है. बैलेट यूनिट बोगस यूनिट और सबसे खतरनाक तो वीवीपैट हो गयी है, जिसमें ग्रे एरिया का और आसानी से मैनुपुलेशन किया जा सकता है. चुनाव आयोग को चाहिए की सभी दलों के लिए बराबरी को मुकाबले का अवसर दे. गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ जसीडीह थाना में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ. इसके लिए सीधे एसपी को जिम्मेवार ठहराया गया.