झारखंड में खुलेगा इंग्लिश मीडियम स्कूल, मिलेगी प्राइवेट स्कूल से बेहतर शिक्षा, सीएम हेमंत ने की घोषणा

झारखंड के कई जिलों में इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले जाएंगे, जहां प्राइवेट स्कूल से ज्यादा बेहतर शिक्षा मिलेगी. साथ ही साथ उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि यहां के कोयला, लोहा पर केंद्र की गिद्ध नजर है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 3, 2022 9:04 AM

रांची : पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी पर राज्य को पीछे धकेलने का आरोप लगाया. मुख्यमंत्री ने कहा : हमारी सरकार बहुत जल्द इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने जा रही है. यहां बच्चों को प्राइवेट स्कूल से बेहतर शिक्षा मिलेगी. कोयला, लोहा पर केंद्र की गिद्ध नजर है.

कोयला तो निकाल लेते हैं, पर विस्थापितों को मिलता है, विस्थापन और धूल. कोयला मंत्री से हमने अनुरोध किया था और आज अखबार में पढ़ा कि केंद्र ने एक करोड़ तक का ठेका विस्थापितों को देने का निर्णय लिया है. इसके लिए मैं केंद्र सरकार को धन्यवाद देता हूं.

अनुबंधकर्मियों से कहा कि यह सरकार आपकी है. आपलोग बिना वजह भाजपा के और असामाजिक तत्वों के बहकावे में नहीं आयें. सभी की समस्या का समाधान निकलेगा. सेविका, सहायिका, जल सहिया, सभी के लिए सरकार के दरवाजे खुले हैं. यूपी में भाजपा का झारखंड जैसा हाल होगा.

शिबू सोरेन ने कहा परंपरा जारी रहनी चाहिए

दुमका में आयोजित 43वें झारखंड दिवस कार्यक्रम के दौरान झामुमो के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन भावुक दिखे. उन्होंने कहा कि आज कोरोना की वजह से सभा नहीं होनी चाहिए थी. पूरे विश्व में महामारी फैली हुई है. महामारी भी भगवान का दिया हुआ है और बचा भी वही रहे हैं. इसी वजह से सीमित दायरे में कार्यक्रम हो रहा है. राज्य में 43वीं बार यह सभा कर रहे हैं.

जो बच्चे थे, जवान हो गये हैं. जो जवान थे, अधेड़ हो गये. जो अधेड़ थे, वे बुजुर्ग हो गये हैं. हमलोग अब मरनेवाले है. लेकिन दो फरवरी को दुमका में और चार फरवरी को धनबाद में कार्यक्रम करने की हमारी परंपरा जारी रहनी चाहिए. ताकि अगली पीढ़ी को याद रहे कि हम इसे क्यों मनाते हैं. कैसे हमलोगों ने आंदोलन के लिए लड़ाई लड़ी. उल्लेखनीय है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा का 43 वां झारखंड दिवस (स्थापना दिवस) बुधवार को दुमका के गांधी मैदान में कोरोना के कारण सादे समारोह में मनाया गया.

मौके पर शिबू सोरेन ने कहा कि राज्य में खनिज संपदा की प्रचुर उपलब्धता है. कोयला, लोहा, अबरख, लकड़ी, जंगल, खनिज सब कुछ है, फिर भी विकास क्यों नहीं हो रहा है. सरकार और सरकारी अधिकारी को इसके लिए रास्ता ढूंढ़ना पड़ेगा. सब कुछ रहते हुए हमारे राज्य के बच्चों को रोजगार नहीं मिले, यह तो अन्याय है. यह कब तक चलेगा. इसे लेकर जल्द विचार करना होगा. नहीं तो साल बीतता जायेगा. युवा, बूढ़े हो जायेंगे और बीमारी-महामारी से मरते जायेंगे.

Posted By : Sameer Oraon

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