रांची : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नये नारे मेरा परिवार पर झामुमो ने निशाना साधा है. पार्टी के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि समझौता करने वाले लोग ही मोदी परिवार का हिस्सा बन सकते हैं. तेजस्वी यादव, हेमंत सोरेन ने समझौता नहीं किया, झुके नहीं. इसलिए मोदी परिवार का हिस्सा नहीं हैं. बहुत साल बाद नरेंद्र मोदी को परिवार का मतलब समझ में आ गया. उनके परिवार में अपर्णा झा, उपेंद्र सिंह रावत, पवन सिंह, कुलदीप सिंगर, नीरव मोदी, ललित मोदी, विजय माल्या, ब्रज भूषण सिंह, कठुआ कांड के दोषी लोग, अडानी-अंबानी, अजीत पवार, एकनाथ शिंदे, प्रफुल्ल पटेल आदि शामिल हैं. श्री भट्टाचार्य मंगलवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि मोदी परिवार में चुनावी बॉन्ड के जरिये काला धन देने वाले, पूंजीपति साथी और विदेशी ताकतें हैं. जिन्हें क्रिकेट से कभी कोई लेना-देना नहीं रहा. ऐसे लोग आज बीसीसीआई में अहम पद पर बैठे हैं. ये सब नरेंद्र मोदी के परिवार के हिस्सा हैं. नरेंद्र मोदी का परिवार डरनेवाला परिवार है, जबकि सोरेन परिवार लड़नेवाला. अब इस देश में लोग न तो इडी से डरते हैं और न सीबीआइ व आइटी से. इस राज्य में भगवान बिरसा मुंडा को जेल भेजा गया. दिशुम गुरु शिबू सोरेन को जेल में रखा गया. क्या संघर्ष थम गया, क्या झारखंड झुक गया. इसी तरह हेमंत सोरेन को भी जेल में रखा गया तो क्या संघर्ष थम गया. झारखंड झुक गया? झारखंडी न कभी झुका है न कभी झुकेगा.
चुनावी बॉन्ड का भांडा न फूट जाये, इसलिए मांगा समय
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट रूप से इलेक्शन कमीशन को आदेश किया था कि आप 13 मार्च तक विभिन्न राजनीतिक दलों के खाते में इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए आये चंदे के पैसे का हिसाब अपनी वेबसाइट पर डाल दें. लेकिन कहते हैं कि चोर, चोरी करने के हजार रास्ते निकाल लेता है. इसी तरह सीबीआइ ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर कर इसके लिए 30 जून तक समय मांगा है. मतलब साफ है कि तब तक देश के आम चुनाव संपन्न हो जायेंगे. उन्होंने कहा कि दरअसल अब भाजपा पूरी तरह से डर गयी है. उसे एहसास हो गया कि 2024 का चुनाव वह हार सकती है. इसलिए लोगों को बरगलाने के लिए इस तरह के बयान आयेंगे.